जयपुरPublished: Dec 11, 2022 11:20:07 pm
Anand Mani Tripathi
पश्चिम बंगाल के आधे से अधिक गांवों में अभी तक पेयजल नहीं पहुंच पाया है। नतीजतन राज्य के ज्यादातर लोग शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहे हैं। आए दिन पेयजल आपूर्ति की मांग को लेकर पश्चिम मिदनापुर, बांकुड़ा, पुरुलिया, हुगली, नदिया और हावड़ा जिले में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से कांथी के एक गांव के लोगों ने शिकायत की थी कि उन्हें पीने का पानी तक मुहैया नहीं कराया जा सका है।
पश्चिम बंगाल के आधे से अधिक गांवों में अभी तक पेयजल नहीं पहुंच पाया है। नतीजतन राज्य के ज्यादातर लोग शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहे हैं। आए दिन पेयजल आपूर्ति की मांग को लेकर पश्चिम मिदनापुर, बांकुड़ा, पुरुलिया, हुगली, नदिया और हावड़ा जिले में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। तृणमूल के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी से कांथी के एक गांव के लोगों ने शिकायत की थी कि उन्हें पीने का पानी तक मुहैया नहीं कराया जा सका है। इससे नाराज हो अभिषेक ने तत्काल उस ग्राम के पंचायत प्रधान से इस्तीफा लेकर उसे हटा दिया। लोगों का कहना है कि राज्य के 41 हजार से भी अधिक गांवों के ज्यादातर लोगों को अभी भी हैंड पंप, कुएं और तालाबों पर ही निर्भर रहना पड़ रहा है। जाहिर है इस बार के पंचायत चुनाव में शिक्षक भर्ती घोटाला, भ्रष्टाचार के बाद पेयजल संकट बड़ा मुद्दा होगा।