विश्वेन्द्र सिंह के पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि वे दिल्ली में एक बीमार सदस्य के साथ हैं। इस ट्वीट के साथ उन्होंने एक मीडिया ट्वीट का हवाला दिया जिसमें बताया गया कि वे मुख्यमंत्री निवास पर बुलाई गई विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे। इस बारे में उन्होंने कांग्रेस आलाकमान को सूचित कर दिया है।
उपमुख्यमंत्री पायलट के दिल्ली होने की खबरों के बीच विश्वेन्द्र ने भले ही पायलट का नाम लिए बगैर खुद के दिल्ली में होने का ट्वीट किया है, लेकिन इसके सीधे तौर पर सियासी मायने ये निकाले जा सकते हैं कि वे सचिन पायलट के समर्थन में है।
वहीं दूसरे ट्वीट में ट्वीट में भी उन्होंने पायलट का नहीं लिया लेकिन इशारों ही इशारों में सब कुछ कह डाला। विश्वेन्द्र ने इस ट्वीट में लिखा, ‘मेरा जो भी फैसला होगा, वह उन लोगों के हित में होगा जिन्होंने मुझे चुना है। मैं मेरी जनता के हितों के साथ सदैव था, हूँ और रहूंगा।’
इसके बाद किये तीसरे ट्वीट में पर्यटन मंत्री ने सचिन पायलट के कांग्रेस पार्टी में रहते हुए संघर्ष की तस्वीरें भी साझा कीं। इन तस्वीरों में पायलट कांग्रेस प्रदर्शन के दौरान पुलिसिया कार्रवाई में घायल होते भी दिखाए गए हैं।
दरअसल, विश्वेन्द्र सिंह भी शुरू से ही सचिन पायलट गुट के ही माने जाते रहे हैं। ऐसे में विश्वेन्द्र सिंह के ट्वीट कर किये गए इशारों से ये लगभग तय माना जा रहा है कि वे भी पायलट के साथ रहेंगे। ऐसे में पर्यटन मंत्री सरकार को बड़ा झटका कभी भी दे सकते हैं।