दिल्ली भाजपा में उठे असंतोष के स्वर
जयपुरPublished: Jan 19, 2020 05:13:42 pm
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद पार्टी में असंतोष के स्वर उठने लगे हैं। लिस्ट के आने के बाद टिकट न मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। दिल्ली भाजपा कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन तथा मनोज तिवारी के खिलाफ होने संबंधी नारे भी लगाए।
जयपुर
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद पार्टी में असंतोष के स्वर उठने लगे हैं। लिस्ट के आने के बाद टिकट न मिलने से नाराज कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। दिल्ली भाजपा कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समर्थन तथा मनोज तिवारी के खिलाफ होने संबंधी नारे भी लगाए।
टिकट बंटवारे से नाराज कार्यकर्ताओं ने शनिवार को भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास के बाहर भी हंगामा किया था। पार्टी के प्रत्याशियों की पहली सूची आने के साथ ही पार्टी में असंतोष के स्वर उठने लगे थे।
भाजपा प्रत्याशियों की लिस्ट से नाराज कार्यकर्ताओं का कहना है कि पार्टी का केन्द्रीय नेतृत्व सही है लेकिन वे मनोज तिवारी से नाराज हैं। पार्टी ने इस बार भी कई पुराने चेहरों पर एक बार फिर दांव खेला है, इसके साथ ही दूसरी पार्टी से हाल ही भाजपा में आए तीन नए चेहरों को भी उम्मीदवार बनाया गया है। इसे लेकर जो कार्यकर्ता टिकट की कतार में थे, लेकिन वंचित रहे गए, वे अपना गुस्सा दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी पर उतार रहे है। उनका कहना है कि उन्हें टिकट नहीं मिलने के लिए मनोज जिम्मेदार है। आपको बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 57 उम्मीदवारों की सूची शुक्रवार को जारी कर दी थी। इस सूची में अनुसूचित जाति (SC) के 11 उम्मीदवार और चार 4 महिलाओं के नाम थे।
टिकट बंटवारे के बाद स्थानीय नेतृत्व पर कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूटना नई बात नहीं है। ऐसा हर बार होता आया है। टिकट बंटवारे के बाद नाराज कार्यकर्ताओं और नेताओं की समझाइश की जाती है, ठीक उसी तरह दिल्ली में भी पार्टी ने नाराज कार्यकर्ताओं की समझाइश शुरू कर दी है। कई पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। दिल्ली में 70 विधासभा सीटों के लिए आठ फरवरी को मतदान होगा तथा मतगणना 11 फरवरी को होगी। हाल ही झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी को टिकट बंटवारे के बाद अपने कार्यकर्ताओं के विरोध झेलना पड़ा था।