125 उड़ानों का रोज आना-जाना है एयरपोर्ट पर 6-7 उड़ानें रोज विलंब से चल रही है औसतन
800-1000 लोग यात्रियों को छोडऩे और लेने आ रहे हैं 21 हजार से अधिक यात्रियों का आना-जाना रहता है रोज
अन्य महानगरों में है लाउंज की सुविधा तो यहां क्यों नहीं हवाईअड्डा प्रशासन की ओर से पार्किंग नीति लागू करते समय महानगरों का उदाहरण दिया था, लेकिन सुविधाएं विकसित करने में प्रशासन रुचि नहीं ले रहा है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरु, हैदराबाद सहित अन्य हवाइअड्डों पर यात्रियों के परिजनों के लिए लाउंज की सुविधा है। यहां यात्री ही नहीं परिजन भी आरामदायक बैठ और खा-पी सकते हैं।
एक घंटे से खड़ा हूं, लेकिन बैठने की सुविधा नहीं है। कई बार मेहमानों को लेने के लिए आते हैं। कुछ कुर्सियां एटीएम के पास थी। वह भी अब हटा दी गई। राजेशकुमार यादव, परिजन
गगन जैन, परिजन