छोटी काशी राजस्थान सरकार के लॉक डाउन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनता कर्फ्यू के आह्वान का बखूबी पालन करती नजर आई। शहर के सभी इलाकों में बाजार बंद रहे और लोग घरों में कैद रहे, ताकि कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके। इस दौरान पुलिस भी मुस्तैद नजर आई और घरों से बाहर निकल रहे लोगों को वापस घर भेजा। केवल अत्यावश्यक कार्यों के लिए घरों से बाहर निकले लोगों को ही आवागमन की छूट दी गई। हर कोई यह कहता नजर आया कि इससे पहले कभी इस तरह का सन्नाटा जयपुर में देखने को नहीं मिला।
शहर हृदय स्थल, जिसके हैरिटेज को देखने के लिए देश—विदेश से हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक आते हैं, वह चारदीवारी भी कोरोना से दो-दो हाथ करती नजर आई। रामगंज बाजार, घाटगेट बाजार, जौहरी बाजार, हवामहल बाजार, छोटी चौपड़, त्रिपोलिया बाजार सहित सभी बाजार सूने नजर आए। सड़कों पर केवल पुलिसकर्मी ही दिखे। यही नहीं आमेर रोड और आमेर क्षेत्र में भी लोग घरों में कैद रहे। सड़कों पर मास्क लगाए पुलिसकर्मी लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत देते नजर आए। पुलिस की पीसीआर हर गली-मोहल्ले में घूमती नजर आई। यही वजह है कि शहर के चारदीवारी इलाके में गली-मोहल्ले में भी दुकानें बंद रही।
जनता ने किया पालन खास बात यह रही कि पीएम और सीएम की अपील का लोग पालन करते नजर आए। बड़े, युवा, बच्चे सभी घरों में कैद रहे। जो सड़कों पर निकले वो सभी मास्क लगाए नजर आए। घरों में भी सोश्यल डिस्टेंस साफ तौर पर देखने को मिला। घरों में बच्चों को भी एक दूसरे से रहने की हिदायत देते लोग नजर आए।
सख्त भी नजर आई पुलिस जनता कर्फ्यू के दौरान पुलिस भी शहर में सख्त नजर आई। लोगों अपने घरों में ही रहें, इसके लिए पुलिस की पीसीआर गली-गली घूमती रही। घरों के बार बैठे लोगों को भी सख्ती के साथ अंदर जाने की हिदायत दी गई। जो लोग नहीं माने उन्हें भी पुलिस ने घर भेजा गया।