भारतीय कंपनी में निवेश
वॉरेन बफेट की कंपनी बर्कशायर हाथवे ने पहली बार भारतीय कंपनी ‘पेटीएम’ में भी अनुमानतः 2,394 करोड़ रुपए का निवेश किया। बफेट अपनेे पुराने निवेश सिद्धांत ( investment theory ) पर आज भी किसी भी तरह का निवेश ( Investment ) कर अरबों रुपए मुनाफा कमा लेते हैं। दुनिया की विभिन्न कंपनियों में उनके निवेश 25-30 बरस से अरबों का लाभ ( profit ) दिला रहे हैं। और तो और, उनके फॉर्मूलों की नकल कर आम लोग भी स्टॉक मार्केट से अच्छी कमाई करने लगे हैं।अनुभव, समझदारी और धैर्य
दुनिया के चौथे नंबर के अमीर बफेट का मानना है कि निवेश में अनुभव, समझदारी और धैर्य की जरूरत होती है। वे बताते हैं, ‘अपने सभी अंडे एक ही टोकरी में नहीं रखने चाहिए। निवेश के पैसे अलग-अलग कंपनियों में निवेश करते समय यह ध्यान रखें कि पूरा पैसा न डेट में, न इक्विटी में लगाएं।’ निवेश के लिए कंपनी का चयन करते समय ध्यान रखें कि प्रतिष्ठा बनाने में एक-दो दशक लग जाते हैं, लेकिन डूबने में महज पांच मिनट।पूत के पग पालने दिखे
द्वितीय विश्व युद्ध के दौर में बालक वॉरेन बफेट दूसरे बच्चों के साथ खेल खेलने की बजाय स्टॉक मार्केट पर निगाहें गड़ाए रहते थे। रोजाना परिस्थितियों के मार्केट पर पड़ने वाले प्रभाव पर नजर रखे हुए थे।