गौरतलब है कि राज्य सरकार ने प्रदेश में कोरोना लॉकडाउन से पैदा हुए आर्थिक हालातों में प्रदेश के 30 लाख से ज्यादा पेयजल उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। इन उपभोक्ताओं पर अब मार्च से जून तक स्थगित किए गए पेयजल बिलों के भुगतान का भार एक साथ नहीं आएगा। इन बिलों के भुगतान की राशि को जुलाई से लेकर सितंबर तक जारी होने वाले बिलों की राशि के साथ समायोजित किया गया है। आदेश के अनुसार जुलाई में मार्च व जून, अगस्त में अप्रेल और सितंबर में आने वाले बिल के साथ मई के बिलों की भुगतान राशि समायोजित की जाएगी।
जुलाई माह में जारी हुए जल उपभोग बिलों में उपभोक्ताओं को औसत राशि के बिल जारी किए हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि बिना मीटर रीडिंग लिए ही जारी किए गए बिलों में कम उपभोग के बावजूद ज्यादा राशि बिलों में जोड़ी गई है। दूसरी तरफ जलदाय अफसरों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण फिलहाल पिछले बिलों की औसत राशि के अनुसार ही जल उपभोग बिल जारी किए जा रहे हैं। हालांकि सिटी सर्कल सब डिवीजन कार्यालयों में शिकायत वाले पानी बिलों को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं।