अटरू रोड स्थित कुंज बिहार कॉलोनी समेत सुसावन बस्ती क्षेत्र तक के लोगों ने यहां जलदाय विभाग के फिल्टर प्लांट पर पानी का जुगाड़ किया। तो कई लोगों ने ताड़ के बालाजी धाम स्थित नलकूप से पानी का इंतजाम किया। खाती कॉलोनी क्षेत्र के लोगों ने भी निजी नलकूपों का सहारा लिया। कमोबेश कुछ एरिया को छोड़कर सारे शहर के हालात आज बदहाल रहे। लोग साइकिल मोटरसाइकिल ठेला ऑटो जैसे भी व्यवस्था बनी बर्तन लेकर पानी भरते लाते ले जाते नजर आए।
वहीं दूसरी ओर गड़बड़ाई पेयजल आपूर्ति को लेकर जब पीएचईडी के सहायक अभियंता डालूराम मेहता से जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि लाइट में व्यवधान के चलते वॉटर स्टोरेज में परेशानी आ रही है। हीकड़ से पानी पाठेड़ा फिल्टर प्लांट तक नहीं पहुंच पा रहा है। जिसके चलते न तो पानी फिल्टर हो रहा है, ना शहर तक पहुंच रहा है। जिसके चलते यह परेशानी हो रही है। उन्होंने बताया कि फेस टू फेस वोल्टेज डिफरेंस अधिक होने के कारण मोटर नहीं चलती है। कमोबेश कारण कुछ भी हो लेकिन ऐसे हालातों पर न तो जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं। न ही प्रशासनिक आला अधिकारी ध्यान दे रहे हैं। आमजन की कोई सुनने वाला दिखाई नहीं दे रहा। जबकि दो दिन पूर्व ही गौ पालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने जिले के तीन विधायकों समेत आला अधिकारियों के साथ पेयजल के मुद्दे को लेकर कई घंटों की बैठक करके व्यवस्था को बनाए रखने के लिए दिशा निर्देश दिए थे।