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बढ़ती पेयजल किल्लत, नए विकल्प नहीं खोज पाया जलदाय विभाग

locationजयपुरPublished: Mar 01, 2019 11:05:35 am

Submitted by:

Mridula Sharma

पुरानी व्यवस्था पर लौटे तो झेलना पड़ा विरोध

ramgarh dam

बढ़ती पेयजल किल्लत, नए विकल्प नहीं खोज पाया जलदाय विभाग

जयपुर. शहर में पेयजल किल्लत लगातार बढ़ती रही, लेकिन जलदाय विभाग विकल्पों की राह नहीं खोल पाया। ऐसे में पुरानी व्यवस्था पर लौटते हुए रामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र में बने ट्यूबवैलों से पानी लेने की मशक्कत शुरू करनी पड़ी। इसके लिए विभागीय टीम मौके पर पहुंची लेकिन लोगों के विरोध पर टीम को उलटे पांव लौटना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार रोड़ा नदी और हीरावाला के पास ढूंढ नदी में बने ट्यूबवैलों से रोजाना 5 से 7 लाख लीटर पानी लेने की मशक्कत की जा रही थी। ताकि गर्मी से पहले दिल्ली रोड पर बसी कॉलोनियों जयसिंहपुरा खोर, ईदगाह, वन विहार, बास बदनपुरा, लक्ष्मीनारायणपुरी आदि इलाकों में पानी पहुंच सके। लेकिन पिछले दिनों टीम रामगढ़ बांध बहाव क्षेत्र में पहुंची तो लोगों ने न सिर्फ विरोध किया बल्कि संसाधनों को आग लगाने की कोशिश भी की बताई। ऐसे में टीम बैरंग लौट आई।
वहीं से आता था
चारदीवारी से सटे संबंधित इलाकों में सप्लाई के लिए 4 वर्ष पहले तक वहीं से पेयजल आता था। बीसलपुर से सप्लाई होने लगी तो रामगढ़ बांध के बहाव क्षेत्र वाले ट्यूबवैलों से पानी लाना बंद कर दिया गया। अब किल्लत बढ़ी तो विभाग को वापस इन ट्यूबवैलों की याद आई है।
यह है दूरी
– हीरावाला की दिल्ली रोड : 15 किलोमीटर
– रोड़ा नदी से दिल्ली रोड : 29 किलोमीटर
यहां प्रस्तावित
– ईदगाह व वन विहार : 30 लाख लीटर
– जयसिंहपुरा खोर : 35 लाख लीटर
– बासबदनपुरा, लक्ष्मीनारायणपुरी : 58 लाख लीटर
(अभी इतना पानी रोजाना बीसलपुर से लाया जा रहा है लेकिन बीसलपुर बांध में पानी कम ही बचा है)
स्थानीय लोगों का तर्क
रोड़ा नदी : रोड़ा नदी में जहां ट्यूबवैल हैं, उन इलाकों में भी पेयजल किल्लत है। वहां बने 10 ट्यूबवैल से पानी लाने टीम मौके पर पहुंची तो लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। लोगों का सवाल था कि क्षेत्र के लोग ही पेयजल के लिए जूझ रहे हैं तो यहां से पानी क्यों ले जाने दें?
ढूंढ नदी : हीरावाला में ढूंढ नदी क्षेत्र में बने 8 ट्यूबवैल की सफाई के लिए टीम पहुंची, संसाधन लगाने शुरू किए तो वहां भी लोग एकत्र हो गए। लोगों ने कहा कि यहां के भूजल का पानी यहीं के लोगों के काम आना चाहिए।

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