विभाग करीब 70 करोड़ रुपए की लागत से खुदवाए जाने वाले 732 ट्यूबवेलों में से अभी तक करीब 434 ट्यूबवेलों को ही शुरू करवा पाया है। सभी ट्यूबवेल अभी तक नहीं शुरू हो पाने से शहरवासियों को अभी तक इन ट्यूबवेलों का पूरा फायदा तक नहीं मिल पाया है।
जलदाय विभाग ( Rajasthan
water Department ) पिछले तीन महीने से नए ट्यूबवेल खुदवाने का काम करवा रहा है लेकिन खुदाई का काम अब तक खत्म नहीं हुआ है। जबकि जानकारों का कहना है कि विभाग को ट्यूबवेल खुदवाने का काम समय से शुरू करवाकर अप्रेल तक खत्म कर लेना चाहिए था ताकि पेयजल किल्लत को दूर करने में नए ट्यूबवेल से लोगों को राहत मिल सकती थी।
आपको बता दें कि जलदाय विभाग ने 279 ट्यूबवेल सीडब्ल्यूआर को भरने के लिए जबकि 453 ट्यूबवेल अंतिम छोर वाले इलाकों में खुदवाकर सीधे पेयजल सप्लाई से जोड़ने के लिए स्वीकृत करवाए थे। जयपुर द्वितीय क्षेत्र के अतिरिक्त मुख्य अभियंता देवराज सोलंकी ने बताया कि 434 ट्यूबवेल ही आपूर्ति सिस्टम से जुड़ चुके हैं। बाकी ट्यूबवेल को खुदवाकर आपूर्ति से जोड़ने का काम जारी है।
बता दें कि अभी शहर में हर रोज करीब 510 एमएलडी पानी की आपूर्ति की जा रही है। इसमें से 340 एमएलडी पानी बीसलपुर बांध और 170 एमएलडी पानी नए और पुराने ट्यूबवेलों से लिया जा रहा है।