प्रदेश में पानी की कमी बड़ी समस्या बन चुकी है। बीसलपुर बांध में पानी की कमी का असर अब वीवीआईपी बंगलों में नजर आने लगा है। राजधानी में 52 साल बाद वीवीआईपी बंगलों में पानी की कटौती की जा रही है। सिविल लाइन में राज्यपाल, मुख्यमंत्री, समेत 63 बंगलों में पानी की कटौती रात में 9 से सुबह 5 बजे तक की जा रही है। वहीं, सिविल लाइन में मुख्यमंत्री, राजभवन या अन्य मंत्री के आवासों के शॉट उपयोग किए जा सकते हैं।
ये है VVIP के बंगलों में पानी की कटौती का पूरा मामला बीसलपुर बांध में पानी की कमी के चलते शहरवासी पेयजल किल्लत से जूझ रहे हैं। पिछले कई महीनों से शहर में कटौती करके पेयजल आपूर्ति की जा रही है। इसी बीच पानी की कमी को देखते हुए अब पीएचईडी ने सिविल लाइन स्थित वीवीआईपी बंगलों की पेयजल आपूर्ति में भी कटौती की जा रही है।
इन बंगलों में मुख्यमंत्री, राज्यपाल, पूर्व मुख्यमंत्री के साथ अन्य मंत्रियों के बंगले भी शामिल हैं। इन वीवीआईपी आवासों में पिछल कई सालों से चली आ रही 24 घंटे पेयजल सप्लाई में यह कटौती की गई है। अब इन खास आवासों में रात्रि में पेयजल आपूर्ति में कटौती करके 24 घंटे की बजाय सिर्फ 16 घंटे ही आपूर्ति की जा रही है।
आपको बता दें कि सिविल लाइन्स के वीवीआईपी बंगलों में 1967 से 24 घंटे पानी की आपूर्ति की जा रही थी। लेकिन पानी की कमी को देखते हुए पीएचईडी ने इन बंगलों की पेयजल आपूर्ति में कटौती की गई है। यह कटौती रात को 9 बजे से सुबह 5 बजे तक के लिए की गई है।
बाकी समय में इन वीवीआईपी आवासों में निरंतर पेयजल आपूर्ति बनी रहेगी। वीवीआईपी एरिया में आठ घंटे की कटौती से करीब ढाई लाख लीटर पानी की बचत की जा रही है। खास लोगों के हिस्से के पानी को आम लोगों को वितरित किया जा रहा है।