सभी जगह पेयजल लाइन बिछाने मेें लागत करीब 18 करोड़ रुपए आंकी गई है। इसमें पाइन की लाइन बिछाने से लेकर टंकी व पंपिंग स्टेशन निर्माण शामिल है। राजस्थान विश्वविद्यायल और कॉमर्स कॉलेज व राजस्थान कॉलेज के लिए पानी की टंकी संभवतया राजस्थान कॉलेज परिसर में खाली जगह तलाशी जा रही है। इसी तरह महारानी व महाराज कॉलेज में भी पानी की टंकी का निर्माण होगा।
1. मुख्य अभियंता (शहरी) : पिछले महीने आई.डी खान सेवानिवृत हुए, तब से पद खाली पड़ा है। राजस्थान के सभी शहरों में पेयजल से जुड़ी प्लानिंग यहीं से होती है जो अब अटक गई है।
2. मुख्य अभियंता (प्रशासन) : नरेन्द्र धाकड़ के सेवानिवृत होने के बाद अब तक किसी को इस पद की जिम्मेदारी नहीं दी गई। प्रशासनिक कार्यों पर सीधा असर पड़ रहा है।
3. मुख्य अभियंता (नागौर) : यहां से दिनेश शर्मा सेवानिवृत हो चुके हैं लेकिन किसी को भी स्थाई जिम्मेदारी नहीं दी गई।
4. मुख्य अभियंता (स्पेशल प्रोजेक्ट जयपुर) : इस पद पर बी. कृष्णन रहे जो काफी समय पहले सेवानिवृत हो चुके। कुछ समय पहले ही मुख्य अभियंता (ग्रामीण) सी.एम. चौहान को अतिक्ति जिम्मेदारी दी गई। यहां से करीब 15 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का संचालन होता है ऐसे में अतिरिक्त जिम्मेदारी देने से भी काम नहीं होगा।
5. मुख्य अभियंता (तकनीकी सदस्य) : अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुबोध जैन को मुख्य अभियंता की जिम्मेदारी दी गई। हालांकि, इस पर सवाल उठे क्योंकि सुबोध जैन ट्रेप हो चुके हैं।
6. मुख्य अभियंता (जोधपुर) : अतिरिक्त मुख्य अभियंता नीरज माथुर को चार्ज दिया गया है, जबकि यहां फुल टाइम मुख्य अभियंता की जरूरत है।
(1) राजस्थान विश्विद्यालय एवं कॉमर्स, राजस्थान कॉलेज…
-विभाग एवं कॉलेज बिल्डिंग- 24867
-आवासीय क्वाटर्स व होस्टल- 2603 (2) महाराज और महारानी कॉलेज..
-विभाग एवं कॉलेज बिल्डिंग- 11400
-आवासीय क्वाटर्स व होस्टल- 672
विश्विद्यालय परिसर- 19.15 लाख लीटर
राजस्थान कॉलेज- 8.50 लाख लीटर
कॉमर्स कॉलेज- 1.76 लाख लीटर
महारानी कॉलेज- 1.38 लाख लीटर
महाराजा कॉलेज- 1.92 लाख लीटर