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खाली सीट से बिगाड़ा CM Gehlot का Plan…अटका Rajasthan University और 4 बड़े Colleges में बीसलपुर का पानी

locationजयपुरPublished: Nov 20, 2019 05:02:45 pm

Submitted by:

Bhavnesh Gupta

राजस्थान विश्वविद्यालय व सम्बदृध महाराज कॉलेज, महारानी कॉलेज, राजस्थान, कॉमर्स कॉलेज को बीसलपुर लाइन से है जोड़ना, डीपीआर है तैयार लेकिन स्वीकृत प्रक्रिया में अटकी

खाली सीट से बिगाड़ा CM Gehlot का Plan...अटका Rajasthan University और 4 बड़े Colleges में बीसलपुर का पानी

खाली सीट से बिगाड़ा CM Gehlot का Plan…अटका Rajasthan University और 4 बड़े Colleges में बीसलपुर का पानी

भवनेश गुप्ता / जयपुर। पेयजल उपलब्ध कराने के बेहद जरूरी काम से जुड़े महकमे में चल रही मनमानी का साइड इफेक्ट अब सामने आ रहा है। जलदाय विभाग में 6 मुख्य अभियंताओं की सीट लम्बे समय खाली है, जबकि यहीं राजधानी से लेकर राजस्थान के बड़े इलाकों की प्लानिंग होती रही है। इनमें मुख्य अभियंता शहरी से लेकर स्पेशल प्रोजेक्ट जैसा महत्वपूर्ण काम शामिल है। इस कारण कई बड़े काम अटक गए हैं। इसमें राजस्थान विश्वविद्यालय और इससे सम्बदृध महाराज कॉलेज, महारानी कॉलेज, राजस्थान, कॉमर्स कॉलेज शामिल है, जिसे बीसलपुर पेयजल लाइन से जोड़ना है। गंभीर यह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ही यहां बीसलपुर का पानी लाने के निर्देश दिए थे, इसके बावजूद ऐसे हालात बने हैं। जबकि, इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है। यहां अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन अपने स्तर पर ही ट्यूबवेल के जरिए हर दिन करीब 33 लाख लीटर पानी सप्लाई कर रहा है।
तकनीकी समिति का कोरम नहीं, इसलिए बढ़ी दिक्कत

इस तरह के प्रोजेक्ट की डीपीआर को स्वीकृत करने का काम तकनीकी समिति करती है। इसमें मुख्य अभियंता शहरी, ग्रामीण, मुख्यालय, स्पेशल प्रोजेक्ट और तकनीक सदस्य शामिल है। बैठक के लिए कम से कम तीन सदस्यों का होना जरूरी है लेकिन मुख्य अभियंता ग्रामीण और तकनीकी सदस्य के अलावा सभी जगह सीट खाली है। इसलिए मुख्यमंत्री से जुड़े यह काम अटक गया है। फिलहाल डीपीआर जलदाय विभाग के प्रमुख शासन सचिव संदीप वर्मा के पास भेजी जा रही है।
18 करोड़ रुपए लागत, बनेगी पानी की टंकी
सभी जगह पेयजल लाइन बिछाने मेें लागत करीब 18 करोड़ रुपए आंकी गई है। इसमें पाइन की लाइन बिछाने से लेकर टंकी व पंपिंग स्टेशन निर्माण शामिल है। राजस्थान विश्वविद्यायल और कॉमर्स कॉलेज व राजस्थान कॉलेज के लिए पानी की टंकी संभवतया राजस्थान कॉलेज परिसर में खाली जगह तलाशी जा रही है। इसी तरह महारानी व महाराज कॉलेज में भी पानी की टंकी का निर्माण होगा।
खाली सीट से..कहां क्या हालात
1. मुख्य अभियंता (शहरी) : पिछले महीने आई.डी खान सेवानिवृत हुए, तब से पद खाली पड़ा है। राजस्थान के सभी शहरों में पेयजल से जुड़ी प्लानिंग यहीं से होती है जो अब अटक गई है।
2. मुख्य अभियंता (प्रशासन) : नरेन्द्र धाकड़ के सेवानिवृत होने के बाद अब तक किसी को इस पद की जिम्मेदारी नहीं दी गई। प्रशासनिक कार्यों पर सीधा असर पड़ रहा है।
3. मुख्य अभियंता (नागौर) : यहां से दिनेश शर्मा सेवानिवृत हो चुके हैं लेकिन किसी को भी स्थाई जिम्मेदारी नहीं दी गई।
4. मुख्य अभियंता (स्पेशल प्रोजेक्ट जयपुर) : इस पद पर बी. कृष्णन रहे जो काफी समय पहले सेवानिवृत हो चुके। कुछ समय पहले ही मुख्य अभियंता (ग्रामीण) सी.एम. चौहान को अतिक्ति जिम्मेदारी दी गई। यहां से करीब 15 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट का संचालन होता है ऐसे में अतिरिक्त जिम्मेदारी देने से भी काम नहीं होगा।
5. मुख्य अभियंता (तकनीकी सदस्य) : अतिरिक्त मुख्य अभियंता सुबोध जैन को मुख्य अभियंता की जिम्मेदारी दी गई। हालांकि, इस पर सवाल उठे क्योंकि सुबोध जैन ट्रेप हो चुके हैं।
6. मुख्य अभियंता (जोधपुर) : अतिरिक्त मुख्य अभियंता नीरज माथुर को चार्ज दिया गया है, जबकि यहां फुल टाइम मुख्य अभियंता की जरूरत है।
39542 व्यक्तियों की हर दिन आवाजाही
(1) राजस्थान विश्विद्यालय एवं कॉमर्स, राजस्थान कॉलेज…
-विभाग एवं कॉलेज बिल्डिंग- 24867
-आवासीय क्वाटर्स व होस्टल- 2603

(2) महाराज और महारानी कॉलेज..
-विभाग एवं कॉलेज बिल्डिंग- 11400
-आवासीय क्वाटर्स व होस्टल- 672
यहां अभी ट्यूबवेल से हर दिन खींचा जा रहा पानी
विश्विद्यालय परिसर- 19.15 लाख लीटर
राजस्थान कॉलेज- 8.50 लाख लीटर
कॉमर्स कॉलेज- 1.76 लाख लीटर
महारानी कॉलेज- 1.38 लाख लीटर
महाराजा कॉलेज- 1.92 लाख लीटर

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