बोर्ड में लगातार पैरवी का मिला फायदा
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार सतलज—रावी और व्यास नदियों के पानी के प्रबंधन के लिए भाखड़ा बेस मैनेजमेंट बोर्ड गठित है। राजस्थान के अधिकारी यहां की परिस्थतियों के हिसाब से बोर्ड में ज्यादा से ज्यादा पानी लेने के लिए पैरवी करते रहे हैं। बीते साल प्रदेश की स्थितियों को देखते हुए बोर्ड में मजबूत पैरवी की गई और अन्य सालों के मुकाबले इंदिरा गांधी नगर के लिए 6.268 के मुकाबले मिला 9.050 मिलियन एकड फिट पानी ज्यादा मिला।
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार सतलज—रावी और व्यास नदियों के पानी के प्रबंधन के लिए भाखड़ा बेस मैनेजमेंट बोर्ड गठित है। राजस्थान के अधिकारी यहां की परिस्थतियों के हिसाब से बोर्ड में ज्यादा से ज्यादा पानी लेने के लिए पैरवी करते रहे हैं। बीते साल प्रदेश की स्थितियों को देखते हुए बोर्ड में मजबूत पैरवी की गई और अन्य सालों के मुकाबले इंदिरा गांधी नगर के लिए 6.268 के मुकाबले मिला 9.050 मिलियन एकड फिट पानी ज्यादा मिला।
यूं आता है इन नदियों का पानी इंदिरागांधी नहर में
पंजाब में रावी नदी का पानी रणजीत सागर बांध में,व्यास नदी का पानी पोंग बांध में और सतलज का पानी भांखड़ा बांध मे आता है। इन बांधों का पानी अंतिम रूप से हरिके बांध में आता है और यहां से इंदिरा गांधी नहर के जरिए पानी राजस्थान के हनुगानगढ,बीकानेर और जैसलमेर में जाता है।
पंजाब में रावी नदी का पानी रणजीत सागर बांध में,व्यास नदी का पानी पोंग बांध में और सतलज का पानी भांखड़ा बांध मे आता है। इन बांधों का पानी अंतिम रूप से हरिके बांध में आता है और यहां से इंदिरा गांधी नहर के जरिए पानी राजस्थान के हनुगानगढ,बीकानेर और जैसलमेर में जाता है।
ऐसे मिलता रहा है बीते पांच सालों में पानी
वर्ष तय हिस्सेदारी पानी मिला
2015—16 6.728 7.837
2016—17 5.630 6.706
2017—18 6.528 7.588
2018—19 6.455 7.608
2019—20 6.268 9.051
पानी की मात्रा मिलियन एकड फिट में