इन विभागों की भागीदारी होगी तय… -जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग -जल संसाधन विभाग -भूजल विभाग -वाटरशेड डवलपमेंट एण्ड सॉयल कंजर्वेशन विभाग (ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के अधीन) -कृषि सिंचित क्षेत्रीय विकास एवं जल उपयोगिता विभाग
-इंदिरा गांधी नहर परियोजना विभाग -वाटर एण्ड सेनिटेशन सपोर्ट आर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएसएसओ) (इसके अलावा स्वायत्त शासन व नगरीय विकास विभाग के अधीन सीवर व एसटीपी के प्रोजेक्ट से जुड़ी शाखा भी हैं) राजस्थान में यह है स्थिति
-1.5 लाख मिलियन क्यूबिक मीटर रेनफाल राज्य में -28 हज़ार मिलियन क्यूबिक मीटर पानी बेसिन में जाता है -15 हज़ार मिलियन क्यूबिक मीटर पानी प्राकृतिक तरीके से रिचार्ज होते हैं -1 लाख मिलियन लीटर क्यूबिक मीटर पानी का कोई रिकॉर्ड का पता नहीं
(भूजल विभाग के अनुसार)