जयपुर। बड़ी पेयजल परियोजनाओं (drinking water projects) को समय पर पूरा करने के लिए अब रिजर्वायर, पम्पिंग स्टेशन और उच्च जलाशय निर्माण आदि सिविल कार्यों को पाइप लाइन बिछाने के साथ किया जाएगा, जिससे प्रोजेक्ट समय पर पूरा हो सकेगा। इसके साथ जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) सुधांश पंत ने पेयजल प्रोजेक्ट्स को निर्धारित टाइमलाइन में पूर्ण करने के लिए अभियंताओं को प्रोजेक्ट की ओनरशिप लेने के निर्देश दिए।
एसीएस सुधांश पंत ने शनिवार को प्रदेश में वृहद पेयजल परियोजनाओं की प्रगति की वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से समीक्षा की। उन्होंने टाइम ओवर रन प्रोजेक्ट्स के लिए अधिकारियों को ‘माइक्रो प्लानिंग’ के साथ सतत समन्वय एवं मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा प्रोजेक्ट के कार्यों में हाईवेज, रेलवे और वन विभाग से ‘क्लियरेंस’ लेने जैसे अंतरविभागीय मुद्दों के लिए अधिकारी व्यक्तिगत रूचि के साथ प्रयास करे, तो इनका भी समय पर समाधान हो सकता है। पंत ने कहा कि अधिकारी इस बात पर भी पूरा ध्यान दे कि प्रोजेक्ट में कार्यरत एजेंसीज निर्धारित नॉर्म्स, नियमों और प्रक्रियाओं की पूर्ण पालना करे। इसमें किसी प्रकार की कोताही या अनियमितता को गंभीरता से लिया जाएगा।
फागी-दूदू-फुलेरा पेयजल परियोजना का काम इसी माह बैठक में बताया गया कि मेजर प्रोजेक्ट्स के तहत जयपुर रीजन में फागी-दूदू-फुलेरा पेयजल परियोजना में फागी के पैकेज एवं बीसलपुर-दूदू-फुलेरा परियोजना का बकाया कार्य इसी जून माह में तथा टोंक-देवली-उनियारा पेयजल परियोजना का शेष कार्य आगामी जुलाई माह में पूर्ण हो जाएगा।