जयपुर। राजधानी के साथ ही प्रदेश में पानी के अवैध कनेक्शनों के खिलाफ तीन माह तक विशेष अभियान (Campaign against illegal water connections) शुरू होगा। अगर कहीं अवैध कनेक्शन मिला तो लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इसके लिए जलदाय विभाग ने सभी जिलों के अधीक्षण अभियंताओं को नोडल अधिकारी बनाया है। विभाग ने तीन माह में प्रदेश को अवैध जल कनेक्शन से मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। अवैध कनेक्शनों के खिलाफ अभियान शुरू करने के लिए जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने विधानसभा में घोषणा की थी।
जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला बताया कि जलदाय विभाग के पेयजल आपूर्ति नेटवर्क से जुड़ी राइजिंग और डिस्ट्रीब्यूशन मेन लाइन (आपूर्ति और वितरण पाइपलाइन) से अवैध रूप से कनेक्शन लेने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए पूरे प्रदेश में आगामी तीन माह तक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस सम्बंध में जलदाय विभाग की ओर आदेश जारी कर सभी जिलों में फील्ड में कार्यरत अभियंताओं को अवैध कनेक्शनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।
डॉ. कल्ला ने बताया कि अभियान के लिए जिलों में कार्यरत अधीक्षण अभियंताओं को अभियान का नोडल अधिकारी बनाया गया है। अगले तीन माह की अवधि में पूरे प्रदेश को अवैध पेयजल कनेक्शन से मुक्त करने के लक्ष्य के साथ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। सभी रीजन में कार्यरत अतिरिक्त मुख्य अभियंता अभियान की पूरी मॉनिटिरिंग करेंगे। जिला कलक्टर को इस अभियान की प्रगति की अपने स्तर पर प्रति सप्ताह आयोजित होने वाली बैठकों में समीक्षा करने तथा विभागीय अधिकारियों को अवैध कनेक्शन हटाने में पूरा सहयोग देने को कहा गया है।
डॉ. कल्ला ने बताया कि विशेष अभियान के तहत अवैध कनैक्शनों की पहचान के लिए सर्वे किया जाएगा। राइजिंग मेन पर अवैध कनेक्शन वाले व्यक्तियों को नोटिस जारी कर तीन दिन के अंतराल में अवैध कनेक्शन को हटाने तथा इससे राइजिंग मेन को हुई क्षति को दुरूस्त करने का समय दिया जाएगा। यदि अवैध कनेक्शन से सम्बंधित कोई व्यक्ति इस नोटिस के सम्बंध में वांछित कार्रवाई नहीं करेगा तो विभाग की अेार से अवैध कनेक्शन को हटाने की कार्रवाई की जाएगी और दोषियों के खिलाफ पुलिस में राजकीय सम्पति को नुकसान पहुंचाने के बारे में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।