इस दौरान कर्मचारी यूनियन ने मंत्री को बताया कि विभाग में कई सालों से कर्मचारी ठेके पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, ऐसे में इन्हें प्राथमिकता देते हुए नई भर्ती की जाएं। मंत्री से मुलाकात के दौरान यूनियन के अध्यक्ष शेखावत ने बताया कि विभाग में पहले ही तकनीकी कर्मचारियों की कमी है। नई भर्तियां हो नहीं रही हैं। जबकि आबादी बढ़ने के साथ ही पेयजल योजनाओं की संख्या बढ़ने से तकनीकी काम बढ़ रहा है। ऐसे में कर्मचारियों को अधिक काम करना पड़ता है, इसलिए उन्हें ओवरटाइम दिया जाए।
इस दौरान संघ के जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश वर्मा, जिला उपाध्यक्ष हनुमान प्रसाद, मंत्री सुरेश कुमार, महामंत्री भोपाल सैनी, ठेकाकर्मी अध्यक्ष महिपाल सिंह तंवर, संगठन मंत्री सुरेश इन्दोरा, सदस्य जयप्रताप, फुलचंद गुर्जर, लालाराम गुर्जर, बाबूलाल मीना, अवधेश,पप्पूलाल समेत अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।
कर्मचारियों का ओवरटाइम हो सकता है शुरू हाल ही में राजस्थान वाटर वर्क्स कर्मचारी संघ ने ओवरटाइम फिर से शुरू करवाने की मांग रखी थी। ऐसे में प्रदेश में जलसंकट के बीच पेयजल आपूर्ति के लिए पंपहाउस और मेंटीनेंस से जुड़े कामकाजों में रात दिन काम में जुटे रहने वाले तकनीकी कर्मचारियों को राहत मिल सकती है। भाजपा सरकार में जलदाय विभाग के तकनीकी कर्मचारियों का बंद किया गया ओवरटाइम अब कांग्रेस सरकार फिर से देने की तैयारी कर रही है। ओवरटाइम नहीं मिलने से कर्मचारियों में नाराजगी बनी हुई थी, लेकिन अब सरकार की ओर से इस मामले में हरकत में आने पर कर्मचारियों को जल्द ही सकारात्मक निर्णय होने की उम्मीद बंधी है।