दो दिन का प्रस्ताव लंबित..
पानी की ज्यादा कमी होती है तो जयपुर शहर में दो दिन में एक बार पेयजल सप्लाई भी हो सकती है। इसका प्रस्ताव पहले ही तैयार किया जा चुका है, लेकिन इसे लागू करने से पहले सरकार की अनुमति लेनी होगी। अभी हर दिन बीसलपुर से 20 प्रतिशत पानी कम लिया जा रहा है। इस आधार पर भी मार्च तक का ही पानी है।
पानी की ज्यादा कमी होती है तो जयपुर शहर में दो दिन में एक बार पेयजल सप्लाई भी हो सकती है। इसका प्रस्ताव पहले ही तैयार किया जा चुका है, लेकिन इसे लागू करने से पहले सरकार की अनुमति लेनी होगी। अभी हर दिन बीसलपुर से 20 प्रतिशत पानी कम लिया जा रहा है। इस आधार पर भी मार्च तक का ही पानी है।
अभी इस तरह चल रही कटौती
शहर में पेयजल सप्लाई अवधि 1 घंटे से 1.30 घंटे के बीच थी, जिसे घटाकर 45 मिनट से 70 मिनट तक किया जा चुका है। बारिश के कमी के कारण अभी बीसलपुर में पानी की आवक नहीं हो रही है। इस कारण अब केवल 5.55 टीएमसी पानी ही बचा है। पहले तक 44 करोड़ लीटर पानी प्रतिदिन लिया जा रहा था, जिसे घटाकर 35 करोड़ लीटर कर दिया गया।
शहर में पेयजल सप्लाई अवधि 1 घंटे से 1.30 घंटे के बीच थी, जिसे घटाकर 45 मिनट से 70 मिनट तक किया जा चुका है। बारिश के कमी के कारण अभी बीसलपुर में पानी की आवक नहीं हो रही है। इस कारण अब केवल 5.55 टीएमसी पानी ही बचा है। पहले तक 44 करोड़ लीटर पानी प्रतिदिन लिया जा रहा था, जिसे घटाकर 35 करोड़ लीटर कर दिया गया।
20 प्रतिशत पानी बचेगा तब भी मार्च तक का ही पानी…
—अब तक की जा रही सप्लाई यूं ही चलती रहे तो अधिकतम फरवरी तक पेयजल पहुंच सकता है।
—कटौती के बाद यही सप्लाई मार्च तक हो सकेगी।
—पेयजल सप्लाई में कटौती करने से 20 प्रतिशत पानी बचेगा।
—अब तक की जा रही सप्लाई यूं ही चलती रहे तो अधिकतम फरवरी तक पेयजल पहुंच सकता है।
—कटौती के बाद यही सप्लाई मार्च तक हो सकेगी।
—पेयजल सप्लाई में कटौती करने से 20 प्रतिशत पानी बचेगा।
70 एमएलडी पानी मिलेगा तो बीसलपुर से और करेंगे कटौती
—40 एमएलडी पानी 273 बंद पड़े ट्यूबवैल शुरू होने से
—30 एमएलडी पानी 190 नए ट्यूबवैल से
(वैकल्पिक इंतजाम के तहत सत्तर एमएलडी पानी अतिरिक्त आना है)
—40 एमएलडी पानी 273 बंद पड़े ट्यूबवैल शुरू होने से
—30 एमएलडी पानी 190 नए ट्यूबवैल से
(वैकल्पिक इंतजाम के तहत सत्तर एमएलडी पानी अतिरिक्त आना है)