गौरतलब है कि मानसून ने प्रदेश में 24 जून को प्रवेश किया था और तेजी से पूरे प्रदेश में छा गया था, लेकिन बाद में मानसून देश के उत्तरी पूर्वी हिस्से में चला गया था। इसके चलते राज्य में मानसून की गतिविधियों पर ब्रेक लग गया था। मानसून के उत्तरी पूर्वी राज्यों की ओर चले जाने से प्रदेशवासियों को गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। तापमान में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। हालांकि मौसम विभाग ने इस बार मानसून अच्छा रहने की संभावना व्यक्त की है।
राजधानी जयपुर में सोमवार सुबह बादल छाए रहे। सुबह बादलों के कारण सूर्योदय के बाद भी धूप की तपिश थोड़ी कम महसूस हुई लेकिन दिन गुजरने के साथ ही गर्मी और उमस बढ़ती चली गई। जयपुर का अधिकतम तापमान 41.8 डिगी सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं प्रदेश में सर्वाधिक तापमान चूरू का 43.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
राजधानी जयपुर में सोमवार सुबह बादल छाए रहे। सुबह बादलों के कारण सूर्योदय के बाद भी धूप की तपिश थोड़ी कम महसूस हुई लेकिन दिन गुजरने के साथ ही गर्मी और उमस बढ़ती चली गई। जयपुर का अधिकतम तापमान 41.8 डिगी सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं प्रदेश में सर्वाधिक तापमान चूरू का 43.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
जयपुर में 6 फीसदी कम बारिश
राजधानी जयपुर में अब तक मानसून का कोई खास असर देखने को नहीं मिला है। मिली जानकारी के अनुसार राजधानी जयपुर में अभी औसतन से कम बारिश हुई है। जून में अब तक 4274 मिलीमीटर बारिश हुई है। जबकि इस समय में जयपुर में 45.50 मिमि बारिश हो जानी चाहिए थी। याना कुल छह प्रतिशत कम बारिश का असर राजधानी जयपुर में हुई है। वहीं मानसून के कमजोर पडऩे से भी थोड़ी निऱाशा बनी हुई है।
राजधानी जयपुर में अब तक मानसून का कोई खास असर देखने को नहीं मिला है। मिली जानकारी के अनुसार राजधानी जयपुर में अभी औसतन से कम बारिश हुई है। जून में अब तक 4274 मिलीमीटर बारिश हुई है। जबकि इस समय में जयपुर में 45.50 मिमि बारिश हो जानी चाहिए थी। याना कुल छह प्रतिशत कम बारिश का असर राजधानी जयपुर में हुई है। वहीं मानसून के कमजोर पडऩे से भी थोड़ी निऱाशा बनी हुई है।