बढ़ती सर्दी और मौसम में बदलाव से इन दिनों एलर्जी से जुड़ी बीमारियां बढ़ने लगी हैं। कोल्ड फ्रलू के साथ जुकाम और अस्थमा के मरीज भी इन दिनों बढ़ने लगे हैं। मौसम का सबसे बड़ा असर अस्थमा रोगियों पर पड़ रहा है। वहीं बच्चे और बुजुर्ग भी इस मौसम में बीमारियों की गिरफ्त में हैं। मौसमी बीमारियों के चलते आमजन में इन दिनों अस्थमा, वायरल, सर्दी-जुकाम आदि की समस्या पैदा हो गई हैं। डॉक्टरों ने अस्थमा एलर्जी के रोगियों को अलर्ट कर रखा कि जरा सी असावधानी उनके जीवन पर भारी पड़ सकती है। एसएमएस अस्पताल की बात करें तो आउटडोर में अब हर दिन 100 से 110 मरीज अस्थमा की शिकायत लेकर आ रहे हैं। यहां पर मेडिसिन और अस्थमा विशेषज्ञों की टीम विशेषकर ऐसे मरीजों को उपचार दे रही है। आउटडोर में अन्य मौसमी बीमारियों के साथ अस्थमा की शिकायत लेकर मरीज हर दिन आ रहे हैं। वहीं बच्चों में निमोनिया की शिकायत भी बढ़ने लगी है।
सुबह-शाम रखें खयाल
अस्थमा विशेषज्ञ डॉ. वीरेंद्र सिंह कहते हैं कि सुबह शाम पडऩे वाली सर्दी के कारण सबसे ज्यादा परेशानी सीओपीडी और अस्थमा रोगियों को होती है। अस्थमा या सीओपीडी का स्ट्रॉक जानलेवा हो सकता है। इसके लक्षणों को पहचानकर शीघ्र उपचार करें। ऐसे में अस्थमा के रोगियों के लिए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि वे अपना खास खयाल रखें। इन बीमारियों का ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों में देखने को मिल रहा है।
अस्थमा विशेषज्ञ डॉ. वीरेंद्र सिंह कहते हैं कि सुबह शाम पडऩे वाली सर्दी के कारण सबसे ज्यादा परेशानी सीओपीडी और अस्थमा रोगियों को होती है। अस्थमा या सीओपीडी का स्ट्रॉक जानलेवा हो सकता है। इसके लक्षणों को पहचानकर शीघ्र उपचार करें। ऐसे में अस्थमा के रोगियों के लिए यह बहुत जरूरी हो जाता है कि वे अपना खास खयाल रखें। इन बीमारियों का ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों में देखने को मिल रहा है।
सावधानी बरतने की हिदायत
डॉक्टर्स का कहना है कि इस मौसम में बच्चों व वृद्धों का विशेष खयाल रखें। सांस संबंधी बीमारियों के लक्षणों की पहचान कर डॉक्टरों से सलाह लें। सांस लेने के साथ बोलने में परेशानी है तो बिना देरी किए अस्पताल जाएं। वहीं मौसम के हिसाब से ठंडा खाने या पीने से बचें। डॉक्टर की सलाह के अनुसार आहार लें।
डॉक्टर्स का कहना है कि इस मौसम में बच्चों व वृद्धों का विशेष खयाल रखें। सांस संबंधी बीमारियों के लक्षणों की पहचान कर डॉक्टरों से सलाह लें। सांस लेने के साथ बोलने में परेशानी है तो बिना देरी किए अस्पताल जाएं। वहीं मौसम के हिसाब से ठंडा खाने या पीने से बचें। डॉक्टर की सलाह के अनुसार आहार लें।