केंद्र में ये उपकरण होंगे
केंद्र में रेन गेज, सिक्स का अधिकतम-न्यूनतम थर्मामीटर, गीला और सूखा बल्ब थर्मामीटर, विंड वेन और एक कप काउंटर एनीमोमीटर शामिल हैं। छात्र मौसम के उपकरणों से रीडिंग लेंगे और उन्हें मौसम डेटा बुक में रिकॉर्ड करेंगे। इसके माध्यम से वे अपने स्कूल परिसर में और उसके आसपास दैनिक मौसम की घटना को समझ सकेंगे। स्कूल मौसम वेधशालाओं के माध्यम से एकत्र किए गए मौसम डेटा का उपयोग अनुसंधान अध्ययन और अन्य वैज्ञानिक नवाचारों के लिए किया जा सकता है। अधिकारियों के अनुसार चूंकि आपदा संभावित क्षेत्रों में वैज्ञानिक अध्ययन के लिए मौसम संबंधी जानकारी आवश्यक है, इसलिए ये स्कूल वेधशालाएं समाज के लिए एक महान कर्तव्य निभाएंगी।
परियोजना का ये है उद्देश्य
इस परियोजना का उद्देश्य मौसम की स्थिति में बदलाव को सही ढंग से समझना और छात्रों को व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना है। इससे छात्रों में पर्यावरण पर एक अलग दृष्टिकोण बनाना संभव होगा। यह छात्रों में अनुसंधान योग्यता को विकसित करने और उन्हें जलवायु के महत्व के बारे में जागरूक करने में भी मदद करेगा।