सूत्रों के मुताबिक एयरपोर्ट प्रशासन को जब एयर ट्रैफिक कंट्रोल से सूचना मिली कि, दिल्ली में मौसम की खराबी से फ्लाइट्स लैंडिंग संभव नहीं है और करीब एक दर्जन फ्लाइट्स को जयपुर एनरूट किया गया। इससे एयरपोर्ट प्रशासन के हाथ पांव फूल गए। क्योंकि यहां फ्लाइट के पार्किंग वे की संख्या कम है और जयपुर में रात्रि में महज 7 ही फ्लाइट्स का नाइट हॉल्ट संभव है। ऐसे में अतिरिक्त फ्लाइट्स को लैंडिंग की स्वीकृति देने के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है। गुरुवार रात दस बजे से जयपुर हवाई अड्डे पर विमान का डायवर्ट होना शुरू हुआ। रात एक बजे तक करीब एक बजे तक करीब एक दर्जन फ्लाइट्स जयपुर पहुंच चुकी थीं। इनमेें अंतरराष्ट्रीय व घरेलू दोनों तरह की फ्लाइट शामिल थी। हालांकि रात दो बजे बाद भी दिल्ली से क्लीयरेंस नहीं मिला तो समस्या खड़ी हो गई। ऐसे में अल सुबह चार बजे तक जयपुर हवाई अड्डे पर कुल 19 विमान डायवर्ट हुए। इससे करीब तीन हजार यात्री प्रभावित हुए है।
जयपुर से 4 फ्लाइट्स रद्द, आधा दर्जन हुईं लेट
शुक्रवार को सुबह जयपुर से दिल्ली, दिल्ली से आने वाली फ्लाइट, दोपहर 12. 55 बजे व दोपहर 1.30 बजे दिल्ली जाने वाली फ्लाइट रद्द हुई। इसके अलावा बेंगलूरु, कोलकाता, अहमदाबाद, लखनऊ, अमृतसर, हैदराबाद की आधा दर्जन से अधिक फ्लाइट ने देरी से उड़ान भरी। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह को भी एयरपोर्ट पर करीब डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ा।
यात्रियों को विमानों से उतारा
डायवर्ट के दौरान यात्रियों को फ्लाइट से भी उतरना पड़ा। इतना ही नहीं दिल्ली से क्लीयरेंस नहीं मिलने पर पायलेटों ने भी उड़ान भरने से मनाह कर दिया था। ऐसे में यात्रियों को विमान से उतारना पड़ा। एयरपोर्ट के निदेशक जयदीप सिंह बलहारा ने बताया कि कुल 10 फ्लाइट्स के यात्रियों को विमानों से उतारा गया। उन्हें दूसरे विमानों से भेज दिया गया। जयपुर से सुबह 4 बजे से फ्लाइट्स की वापसी शुरू हो गई थी। अंतिम फ्लाइट सुबह 8.30 बजे रवाना हुई।