तेज गर्मी व गर्म हवा के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। वैसे तो सुबह सात बजे से ही पारा चढऩे लगता है और गर्मी बढऩे लगती है मगर दस बजे तक तो पारा 35 – 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और तेज धूप व गर्म हवा के कारण बाजार में सन्नाटा पसरने लगता है। 11 बजे के बाद लोग घर से निकलने से पहले दस बार सोचते हैं। लगातार बढ़ते तापमान व गर्मी के चलते एसी व कूलर भी काम नहीं कर पा रहा है, जिससे लोगों की परेशानी और अधिक बढ़ती जा रही है। लोग भारी गर्मी से बचाव के लिए तरह.तरह के उपाय कर रहे हैं।
इस बार गर्मी देर से आई
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इस बार गर्मी देर से आई है लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में गर्मी का प्रकोप तेज होगा। यूं तो राजस्थान में अप्रैल में ही भीषण गर्मी पडऩे लगती है, मगर इस बार मई में भी गर्मी देरी से शुरू हुई है। मौसम पूवार्नुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान के कई हिस्सों में लू का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। राजस्थान के अलावा दिल्ली,हरियाणा, दक्षिण.पश्चिमी उत्तर प्रदेश, गुजरात और तमिलनाडु के भी कुछ हिस्सों में प्रचंड गर्मी की आशंका है।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में इस बार गर्मी देर से आई है लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में गर्मी का प्रकोप तेज होगा। यूं तो राजस्थान में अप्रैल में ही भीषण गर्मी पडऩे लगती है, मगर इस बार मई में भी गर्मी देरी से शुरू हुई है। मौसम पूवार्नुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक अगले 24 घंटों के दौरान राजस्थान के कई हिस्सों में लू का प्रकोप जारी रहने की संभावना है। राजस्थान के अलावा दिल्ली,हरियाणा, दक्षिण.पश्चिमी उत्तर प्रदेश, गुजरात और तमिलनाडु के भी कुछ हिस्सों में प्रचंड गर्मी की आशंका है।
29 और 30 मई को धूल भरी आंधी
पश्चिमी विक्षोभ और पुरवाई हवाओं के कारण 29 और 30 मई को धूल भरी आंधी चलने और गरज के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। इस अवधि में हवा की रफ्तार करीब 50.60 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है जिससे भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती तूफान है जो भूमध्यसागर से पैदा होकर मध्य एशिया में से गुजरता है। हिमालय के संपर्क में आने पर इससे पहाड़ों और मैदानों पर बारिश होती है। एेसे में दो दिन बाद राजस्थान को भी गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
पश्चिमी विक्षोभ और पुरवाई हवाओं के कारण 29 और 30 मई को धूल भरी आंधी चलने और गरज के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। इस अवधि में हवा की रफ्तार करीब 50.60 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है जिससे भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। पश्चिमी विक्षोभ एक चक्रवाती तूफान है जो भूमध्यसागर से पैदा होकर मध्य एशिया में से गुजरता है। हिमालय के संपर्क में आने पर इससे पहाड़ों और मैदानों पर बारिश होती है। एेसे में दो दिन बाद राजस्थान को भी गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
ऐसा रहेगा लू का हाल
२७ मई: बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर में भीषण लू चलने की संभावना है। वहीं पूर्वी राजस्थान के अलवर, कोटा, बूंदी, बारां, भरतपुर, चित्तौड़, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक,धौलपुर,सीकर, भीलवाड़ा और पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जालौर, जोधपुर, जैसलमेर, नागौर और पाली में लू चलने की संभावना है।
२७ मई: बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर में भीषण लू चलने की संभावना है। वहीं पूर्वी राजस्थान के अलवर, कोटा, बूंदी, बारां, भरतपुर, चित्तौड़, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक,धौलपुर,सीकर, भीलवाड़ा और पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जालौर, जोधपुर, जैसलमेर, नागौर और पाली में लू चलने की संभावना है।
28 मई: पूर्वी राजस्थान के अलवर, बारां, भरतपुर, झालावाड़, कोटा, सवाई माधोपुर, बूंदी, चित्तौड़, धौलपुर में और पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, बाड़मेर, जालौर, जोधपुर, जैसलमेर, नागौर और पाली में लू चलने की संभावना है।
२९ मई : पूर्वी राजस्थान में अलवर, भरतपुर, धौलपुर, जयपुर, सीकर, सवाईमाधोपुर, दौसा, झुंझुनू, करौली में तो पश्चिमी राजस्थान में जोधपुर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, नागौर, श्रीगंगानगर में कहीं कहीं पर धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।
३० मई: पूर्वी राजस्थान में अलवर, भरतपुर, धौलपुर, जयपुर, सीकर, सवाईमाधोपुर, दौसा, झुंझुनू, करौली, टोंक, चित्तौड़, कोटा, बारां, बूंदी में तो पश्चिमी राजस्थान में जोधपुर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, नागौर, श्रीगंगानगर और जैसलमेर में कहीं कहीं पर धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश होने की संभावना है।
प्रदेश के विभिन्न शहरों का तापमान
अजमेर 44.0 31.0
जयपुर 45.0 33.2
कोटा 46.5 33.6
डबोक 43.0 23.6
बाड़मेर 45.7 28.6
जैसलमेर 46.4 27.3
जोधपुर 44.0 30.7
बीकानेर 47.4 32.1
चूरू 50.0 31.7
श्रीगंगानगर 47.0 28.1
अजमेर 44.0 31.0
जयपुर 45.0 33.2
कोटा 46.5 33.6
डबोक 43.0 23.6
बाड़मेर 45.7 28.6
जैसलमेर 46.4 27.3
जोधपुर 44.0 30.7
बीकानेर 47.4 32.1
चूरू 50.0 31.7
श्रीगंगानगर 47.0 28.1