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Weather Update: बर्फबारी पहाड़ी इलाकों में… सर्दी यहां हुई तेज

locationजयपुरPublished: Dec 08, 2021 10:03:06 am

Submitted by:

Anil Chauchan

Weather Update: जयपुर. पहाड़ी जगहों पर बर्फबारी का असर धीरे—धीरे राजस्थान के मौसम पर भी देखने का मिल रहा है। इसका नतीजा यह है कि प्रदेश में विभिन्न जगहों पर पारे में बीते 24 घंटे में गिरावट दर्ज की गई।

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Weather Update: जयपुर. पहाड़ी जगहों पर बर्फबारी का असर धीरे—धीरे राजस्थान के मौसम पर भी देखने का मिल रहा है। इसका नतीजा यह है कि प्रदेश में विभिन्न जगहों पर पारे में बीते 24 घंटे में गिरावट दर्ज की गई।
बीती रात मंगलवार को शेखावाटी अंचल सबसे ठंडा रहा। वहीं फतेहपुर का पारा पांच साल में पहली बार दिसंबर के पहले सप्ताह में जमाव बिंदु पर पहुंच गया। यहां रात का पारा दो डिग्री गिरकर 0.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे धुंध के बीच ओस की बूंदें जमने के साथ ही सर्द हवाओं से ठिठुरन बढऩे के साथ ही जनजीवन प्रभावित होता हुआ दिख रहा है। सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव के साथ ही हीटर का सहारा भी ले रहे हैं। इधर सीकर, चूरू, पिलानी, फलौदी, जैसलमेर का पारा भी 10 डिग्री के नीचे दर्ज किया गया।
मौसम रहेगा शुष्क
मौसम विभाग के मुताबिक कड़ाके की ठंड बीते वर्षों से एक पखवाड़े देरी से यानी 15 दिसंबर के बाद पड़ेगी। अक्सर दिसंबर के प्रथम सप्ताह में ही कड़ाके की ठंड का दौर शुरू हो जाता है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो इस बार ठंड थोड़ी देरी से आएगी। हालांकि आगामी दो-तीन दिनों में मौसम शुष्क रहने से रात के तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आएगी। अब पूरी तरह से प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय की विदाई भी हो चुकी है। बीती रात को जयपुर का पारा 10.6, पिलानी का 6.7, सीकर का 5.5, बीकानेर का 9.1, चूरू का 4.5, गंगानगर का 9.8, नागौर का 6.6 डिग्री सेलिसयस पारा दर्ज किया गया।
इसलिए हुई देरी
जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि इस बार समय-समय पर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के कारण अब तक न्यूनतम तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आई है। अब आगामी 15 दिसंबर के बाद दिन के तापमान में गिरावट के साथ ही कड़ाके की ठंड का दौर शुरू होने की संभावना है। समय—समय पर आमजन को अलर्ट भी किया जा रहा है।
फसलों के लिए फायदेमंद
सीकर, टोंक, कोटा, गंगानगर, जैसलमेर, जयपुर के दूरदराज की जगहों पर कोहरे का आगमन शुरू होने के साथ ही नमी का प्रभाव भी बढ़ा है। कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक कोहरा फसलों के लिए भी फायदेमंद है। इससे फसलों में पाले की मार की आशंका नहीं रहेगी। इसके साथ ही यह ठंड फसलों के अच्छे पकाव के लिए फायदेमंद है। साथ ही गाजर व किन्नू में मिठास बढऩे के साथ ही सब्जियों और फलों का पकाव अच्छा होगा।

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