डिप्रेशन
वेट लिफ्टिंग सीधे रूप से मूड को इंप्रूव करने से जुड़ी है। यह बॉडी में स्ट्रेस हार्मोन को नियंत्रित करने का काम भी करती है। ऐसे में डिप्रेशन और क्रॉनिक एंजाइटी को दूर करने में वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज को बहुत फायदेमंद माना गया है। इस तरह मूड को बूस्ट करके आप हेल्दी डाइट को भी मेंटेन कर सकते हैं और साथ ही वजन घटाने के टारगेट को भी पूरा कर सकते हैं।
हार्ट हेल्थ
इस संबंध में एक रिसर्च से सामने आया कि नियमित रूप से वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज से ब्लड फ्लो को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही ब्लड प्रेशर भी २० फीसदी तक कम किया जा सकता है। इस तरह वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज करने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा कम किया जा सकता है। हाइपरटेंशन के मरीजों के लिए भी यह एक्सरसाइज बहुत फायदेमंद है।
डायबिटीज
नियमित एक्सरसाइज करने से डायबिटीज का रिस्क कम हो जाता है। वर्क आउट से ब्लड ग्लूकोज को मेंटेन रखा जा सकता है। साथ ही डाइटरी फाइबर एवं हेल्दी लाइफस्टाइल पर भी ध्यान देना जरूरी है। एक स्टडी के अनुसार वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज से डायबिटीज एवं अन्य तरह की क्रॉनिक डिजीज का रिस्क कम होता है।
बॉडी बैलेंस
शारीरिक संतुलन को बढ़ाने के लिए भी वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज फायदेमंद है। मल्टीपल मसल्स ग्रुप जैसे कोर, बैक एवं लैग मसल्स को व्यवस्थित करने में भी यह एक्सरसाइज अच्छी है। इस तरह बॉडी में बैलेंस एवं फ्लैक्सिबिलिटी को बढ़ाया जा सकता है। इससे उम्र बढऩे पर भी शरीर में लचीलापन रहता है।
ऑस्टिओपोरोसिस रिस्क घटेगा
वजन उठाने से मसल्स को ताकत मिलती है। साथ ही मसल्स टिश्यूज की वृद्धि भी तेज होती है। वेट लिफ्टिंग एक्सरसाइज से हड्डियों को मजबूती मिलती है। इसके अलावा बोन डेंसिटी भी बढ़ती है। इससे आगे चलकर उम्र के अनुसार होने वाले ऑस्टिओपोरोसिस का रिस्क कम किया जा सकता है। एक्सरसाइज के साथ ही कैल्शियम एवं प्रोटीन डाइट पर भी ध्यान दें।