वेटलैंड का चिह्निकरण कर उन्हें किया जाए संरक्षित-विश्नोई
जयपुरPublished: Oct 20, 2021 09:33:15 pm
वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई ने राज्य में वेटलैंड का चिह्निकरण कर उन्हें संरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को सचिवालय के कॅान्फ्रेंस हॉल में राज्य वेटलैंड प्राधिकरण की तीसरी समीक्षा बैठक में उनका कहना था कि वेटलैंड की परिभाषा को सरल एवं समझने लायक बनाए जाने की जरूरत है जिससे आमजन भी इसे समझ कर इसकी सुरक्षा में अपनी भूमिका निभा सकें।
वेटलैंड का चिह्निकरण कर उन्हें किया जाए संरक्षित-विश्नोई
वेटलैंड की परिभाषा सरल बनाने की जरूरत: विश्नोई
वन मंत्री ने राज्य में वेटलैंड का चिह्निकरण कर उन्हें संरक्षित रखने के दिए निर्देश जयपुर।
वन एवं पर्यावरण मंत्री सुखराम विश्नोई ने राज्य में वेटलैंड का चिह्निकरण कर उन्हें संरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। बुधवार को सचिवालय के कॅान्फ्रेंस हॉल में राज्य वेटलैंड प्राधिकरण की तीसरी समीक्षा बैठक में उनका कहना था कि वेटलैंड की परिभाषा को सरल एवं समझने लायक बनाए जाने की जरूरत है जिससे आमजन भी इसे समझ कर इसकी सुरक्षा में अपनी भूमिका निभा सकें। उनका कहना था कि सांभर झील के लिए नवगठित सांभर झील प्रबंधन एंजेसी सांभर झील को रामसर साइट के रूप में संरक्षित रखने, झील के पारिस्थितिकी तंत्र एवं जेनेटिक विविधता को बनाए रखने और झील के आसपास अतिक्रमण को हटाने सहित विभिन्न कार्य करेगी।
इस अवसर पर मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि राज्य की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए राज्य में वेटलैंड की काफी गुजांइश है,एेसे में अधिकारियों को सर्वे कर केन्द्र सरकार से अधिसूचित करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में एक भी वेटलैंड की सूचना विभाग को नहीं है, वहां अधिकारियों को पुन: समीक्षा करनी चाहिए। बैठक में पर्यावरण प्रमुख शासन सचिव श्रेया गुहा ने विस्तार से राज्य वेटलैंड प्राधिकरण के कार्य की जानकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से दी। बैठक में नगरीय विकास प्रमुख शासन सचिव कुंजीलाल मीणा, पंचायती राज सचिव पीसी किशन, उद्योग, विनियोजन अतिरिक्त आयुक्त रुकमणि रियार, पर्यावरण विभाग के सचिव पीके उपाध्याय सहित संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।