खास बात ये है कि ये संदेश एक समुदाय विशेष को इंगित करके भेजे जा रहे हैं। वाट्सअप ग्रुप में ये सिलसिला पिछले सप्ताह से तेजी से फैल रहा है। इन संदेशों के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। हैरत की बात तो ये कि भारत बंद के इन संदेश किसकी तरफ से जारी किए जा रहे हैं, उन संगठनों का न तो उन मैसेजों में जिक्र और न ही कोई इनकी जिम्मेदारी ले रहा है।
हालांकि ये वाट्सअप के ये संदेश पुलिस प्रशासन की जानकारी में भी हैं। संदेशों के बहकावे में नहीं आएं युवा वहीं तेजी वाट्सअप ग्रुपों में तेजी से वायरल हो रहे भारत बंद के इन संदेशों ने कई मुस्लिम संगठनों की भी नींद उड़ा दी है। कई मुस्लिम संगठनों ने बयान जारी कर इन संदेशों को देश में माहौल खराब करने वाला करार दिया है। साथ ही समुदाय विशेष के युवाओं से भी अपील की जा रही है कि वो इस प्रकार के वा्टसअप मैसेजों पर कोई ध्यान नहीं दें, किसी भी मुस्लिम संगठन ने किसी प्रकार से बंद का कोई आह्वान नहीं किया है। मुस्लिम संगठनों का कहना है कि ये केवल उन लोगों की साजिश है जो देश में माहौल खराब करना चाहते हैं।
इनका कहना है
किसी भी मुस्लिम संगठन ने 20 और 29 अप्रेल को लेकर भारत बंद का कोई आह्वान नहीं किया है। ये सिर्फ माहौल खराब करने की साजिश है। मुस्लिम युवाओं से अपील है कि वो इस तरह के संदेशों पर ध्यान नहीं दे। मुस्लिम समाज को देश की न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।
किसी भी मुस्लिम संगठन ने 20 और 29 अप्रेल को लेकर भारत बंद का कोई आह्वान नहीं किया है। ये सिर्फ माहौल खराब करने की साजिश है। मुस्लिम युवाओं से अपील है कि वो इस तरह के संदेशों पर ध्यान नहीं दे। मुस्लिम समाज को देश की न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।
शकील अहमद, महासचिव, राजस्थान मुस्लिम महासभा इन संदेशों पर किसी भी संगठन का नाम नहीं है, ये फेक मैसेज हैं, युवाओं से अपील है कि इन संदशों को वाट्सअप गु्प्रों में फॉरवर्ड न करें, ये संदेश माहौल बिगाड़ने की साजिश है।
यूनुस चौपदार, राजस्थान मुस्लिम परिषद
यूनुस चौपदार, राजस्थान मुस्लिम परिषद