वनों में आग बुझाते समय दूसरों के साथ खुद को बचाना आवश्यक
जयपुरPublished: Feb 26, 2021 09:46:46 pm
.वर्कशॉप और ट्रेनिंग में दी रेंजर्स को फायर कंट्रोल की तकनीकी जानकारी
वनों में आग बुझाते समय दूसरों के साथ खुद को बचाना आवश्यक
राजस्थान फॉरेस्ट्री एंड वाइल्ड लाइफ ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (Rajasthan Forestry and Wildlife Training Institute) की ओर से शुक्रवार को फॉरेस्ट फायर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल (Forest Fire Prevention and Control) विषय पर एक दिवसीय वर्कशॉप और ट्रेनिंग आयोजित की गई। इस दौरान रेंजर्स और स्टाफ को वनों में लगने वाली आग को बुझाते समय बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी देते हुए नुकसान कम से कम रखने के उपाय बताए गए। इसके साथ ही आग बुझाते समय दूसरों के साथ खुद का बचाव करने के टिप्स भी दिए गए।
इंस्टीट्यूट के ट्रेनिंग कोर्स डायरेक्टर नरेशचंद्र शर्मा ने बताया कि सुबह ट्रेनिंग सत्र का उद्घाटन प्रधान मुख्य वन संरक्षक हॉफ श्रुति शर्मा ने किया। ट्रेनिंग में रेंजर्स को बताया गया कि अगर किसी वजह से दुर्घटना या अनहोनी हो जाती है तो वे किस तरह से लोगों और वन्यजीवों को बचाते हुए आग से होने वाले नुकसान को कम कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने रेंजर्स को काउंटर फायर तकनीक की जानकारी देते हुए बताया कि किस तरह से इसके सहारे वनों में आग से होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। ट्रेनिंग के दौरान इंस्टीट्यूट निदेशक केसी अरुण प्रसाद ने भी रेंजर्स को उपयोगी जानकारी देते हुए वनों में लगने वाली आग के प्रकार बताते हुए समय रहते आवश्यक उपाय करने की जानकारी दी। अरण्य भवन के डीएफओ सुरेश मिश्रा ने वनों में आग लगने के दौरान ग्रामीणों का सहयोग किस तरह ले सकते हैं, इसकी जानकारी दी। आपदा प्रबंधन विभाग की टीम ने रेंजर्स को गैस सिलेंडर सहित अन्य स्थानों पर आग लगने के बाद उसे बुझाने के उपाय बताते हुए प्रैक्टिकल डेमो भी दिए।