जयपुर

गड़बड़झाले में कौन-कौन, आयोग सदस्यों में मची खलबली!

आरएएस 2018 साक्षात्कार में हुए रिश्वतकांड के बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्यों में खलबली मची हुई है। अंदरूनी तौर पर वह एकदूसरे की टोह लेने में भी जुटे हैं। रिश्वतकांड के बाद एसीबी को मुख्य परिवादी और अन्य अभ्यर्थियों से शिकायतें मिली हैं। इससे रडार तीन सदस्यों की तरफ घूम गया है।

जयपुरJul 25, 2021 / 12:38 am

Gaurav Mayank

गड़बड़झाले में कौन-कौन, आयोग सदस्यों में मची खलबली!

जयपुर। आरएएस 2018 साक्षात्कार में हुए रिश्वतकांड के बाद राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के सदस्यों में खलबली मची हुई है। अंदरूनी तौर पर वह एकदूसरे की टोह लेने में भी जुटे हैं। रिश्वतकांड के बाद एसीबी को मुख्य परिवादी और अन्य अभ्यर्थियों से शिकायतें मिली हैं। इससे रडार तीन सदस्यों की तरफ घूम गया है। यह त्रि-मूर्ति कौन हैं, इसका खुलासा नहीं हुआ है। चूंकि आयोग में सातों सदस्यों की नियुक्ति भाजपा और कांग्रेस राज में हुई है। इसको लेकर भी सदस्य आपसी बातचीच में विशेष ध्यान रखे हुए हैं।
गौरतलब है कि गत 8 जुलाई को एसीबी ने आयोगकनिष्ठ लेखाकार (हाल निलंबित) सज्जनसिंह गुर्जर को 23 लाख रुपए की रिश्वत राशि के साथ ट्रेप किया था। बाद में बांदीकुई के टोल सुपरवाइजर नरेंद्र पोसवाल को गिरफ्तार किया गया। इसमें आयोग सदस्य राजकुमारी गुर्जर के पति रिटायर्ड आईपीएस भैरोसिंह गुर्जर और आरोपियों की नजदीकियां भी सामने आई। एसीबी ने गुरुवार को ही भैरोसिंह से पूछताछ भी की है।
टटोल रहे एक-दूसरे को

रिश्वतकांड, साक्षात्कार में 80-80 अंक आने और कुछ व्हाट्सएप चैट की चर्चा चलने के बाद आयोग सदस्यों में खलबली मची हुई है। सदस्य एक-दूसरे की टोह लेने में जुटे हैं। एसीबी की कार्रवाई, व्हाट्सएप चैट में सांकेतिक कोड में बातचीत को लेकर आपस में चर्चा करने में जुटे हैं।
वरना सदस्य होते ट्रेप….
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि एसीबी की रडार पर गुर्जर-पोसवाल सहित एक-दो सदस्य भी थे। संभवत: भनक लगने अथवा ऐनमौके पर खुद को दूर करने से वह ट्रेप होते-होते बच गए। फिलहाल एसीबी परिवादी और अभ्यर्थियों की शिकायतों के परीक्षण में जुटी है।
पूर्व मंत्री ने जताई थी नाराजगी

सदस्यों की पिछले साल नियुक्तियों को लेकर बेहद चौंकाने वाली बात सामने आई है। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि गहलोत सरकार के एक पूर्व मंत्री के समक्ष राज्य के किसी भी आयोग में नियुक्ति को लेकर एक-दो लोगों के नाम पहुंचे थे। उन्होंने संबंधित नामों पर असहमति और नाराजगी जताते हुए साफ इन्कार कर दिया था।
2022 में चले जाएंगे तीन सदस्य

भाजपा राज में नियुक्त डॉ. शिवसिंह राठौड़, राजकुमारी गुर्जर और डॉ. रामूराम राइका का कार्यकाल 2022 में समाप्त हो जाएगा डॉ. राठौड़ का कार्यकाल 30 जनवरी 2022, गुर्जर का कार्यकाल 7 फरवरी और राइका का कार्यकाल 5 जुलाई 2022 को खत्म होगा। इसके बाद आयोग में कांग्रेस राज में नियुक्त डॉ. संगीता आर्य, डॉ. जसवंत राठी, डॉ. मंजू शर्मा और बाबूलाल कटारा ही सदस्य रहेंगे। सरकार को तीन नए सदस्यों की नियुक्ति करनी होगी।
और नाम सामने आ सकते हैं…

शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की पुत्रवधू के भाई-बहन को साक्षात्कार में 80-80 अंक मिलने के बाद उठे विवाद के बाद जांच का दायरा विस्तृत हो सकता है। अधिकृत सूत्रों के अनुसार एसीबी 11 जून से सज्जन सिंह, नरेंद्र पोसवाल और अन्य लोगों पर बराबर नजरें रखी हुई थीं। डील के अनुसार साक्षात्कार में मनमाफिक नम्बर दिलाने के दावे किए गए थे। एसीबी को भी कई अभ्यर्थियों और परिवादियों से शिकायतें मिलनी जारी है। इससे कई और नाम सामने आ सकते हैं।

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