गौरतलब है कि पुलिस आयुक्तालय की अपराध शाखा ने मूलत: पश्चिम बंगाल निवासी शिप्रादास उर्फ पायल और तरूण बेदिया उर्फ जॉन को 40 ग्राम मॉर्डन ड्रग के साथ गिरफ्तार किया था। उदयपुर में रह रही शिप्रादास ड्रग लेकर आई और यहां बजाज नगर में रह रहे तरुण को सुपुर्द की थी। मामले में पुलिस ने दोनों को न्यायालय में पेश कर 19 दिसंबर तक रिमांड पर प्राप्त किया है। वहीं चालक हेतराम को जेल भेज दिया गया।
क्रेता-विक्रेता दोनों का पता लगा रही ड्रग मुक्त जयपुर के चलाए गए ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत पुलिस नशा करने वालों का भी पता लगी रही है। ऐसे में गिरफ्तार आरोपी जॉन से पूछताछ कर पता लगाया जा रहा है कि वह जयपुर में किस-किस को यह खतरनाक ड्रग बेच रहा था। इसके अतिरिक्त शहर में ड्रग कहां से और किसके जरिए आ रही है, उसका भी पुलिस पता लगाने में जुटी हुई है। गौरतलब है कि इवेंट का कार्य करने वाले जॉन ने व्हाट्स ऐप ग्रुप बनाया और मांग के अनुरूप नशा बेच रहा था।