scriptकांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान बढ़ी, नहीं बनी सहमति, अब दिल्ली करेगी फैसला | who will be chief minister of rajasthan | Patrika News

कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान बढ़ी, नहीं बनी सहमति, अब दिल्ली करेगी फैसला

locationजयपुरPublished: Dec 12, 2018 09:01:27 pm

https://www.patrika.com/rajasthan-news/

congress pcc office

कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान बढ़ी, नहीं बनी सहमति, अब दिल्ली करेगी फैसला

सुनील सिंह सिसोदिया / जयपुर। कांग्रेस को भले ही जनता ने सरकार बनाने लायक बहुमत दे दिया है, लेकिन बुधवार दिन भर खींचतान चलने के बाद भी कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं कर पाए। दिन भर बैठकों का दौर चलता रहा, विधायकों से बात चलती रही, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम पर एक राय नहीं बन पाई, तो देर शाम तय किया गया कि अब दिल्ली में राहुल गांधी के स्तर पर ही मुख्यमंत्री का फैसला होगा। माना जा रहा है कि अब गुरूवार को राजस्थान कांग्रेस के नेता की घोषणा होगी। ऐसे में कांग्रेस नेता रात 8 बजे राजभवन में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में बुधवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे विधायक दल की बैठक शुरू हुई। इस बैठक में एआईसीसी पर्यवेक्षक के. सी. वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत मौजूद रहे। बैठक में कांग्रेस का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायकों को नहीं बुलाया गया था। सिर्फ कांग्रेसी विधायक ही इस बैठक में शामिल हुए थे। बैठक में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर रायशुमारी शुरू करने से पहले ही सर्वसम्मति से एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर यह निर्णय राहुल गांधी पर छोड़ा गया। इसके बाद दिनभर रायशुमारी चलती रही।
टॉस कर, कर लो चयन
रायशुमारी में एक-एक विधायक से अलग-अलग पर्यवेक्षक और प्रदेश प्रभारी ने वार्ता की। इस दौरान विधायक विश्वेन्द्र सिंह खफा हो गए और कह दिया कि जब आलाकमान को ही मुख्यमंत्री का नाम तय करना है तो फर एक-एक विधायक से राय क्यों ली जा रही है। वापस आने की बोल कर विश्वेन्द्र सिंह बैठक छोड़ कर चले गए।
रात को ही दिल्ली रवाना
दिनभर चली राय शुमारी के बाद शाम को पुन: बैठक हुई। इसमें मुख्यमंत्री के नाम का एलान किए जाने की उम्मीद थी। करीब एक घंटे चली इस दौरान के दौरान बीच में एक-दो बार दिल्ली भी फोन पर पर्यवेक्षक ने वार्ता की। लेकिन मुख्यमंत्री के नाम को लेकर कोई निर्णय नहीं हो सका। इसके बाद सरकार बनाने का दावा राजभवन में पेश कर राहुल पर यह निर्णय छोड़ दिया गया। इसके बाद राजभवन में दावा पेश कर पायलट, गहलोत, वेणुगोपाल और पाण्डे रात को ही दिल्ली रवाना हो गए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो