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भाजपा में ‘बलि के बकरे’पर क्यों मचा घमासान

locationजयपुरPublished: May 14, 2018 10:12:13 pm

Submitted by:

PUNEET SHARMA

भाजपा में ‘बलि के बकरे’पर क्यों मचा घमासान

rajsthan bjp
भाजपा में ‘बलि के बकरे’पर क्यों मचा घमासान
जयपुर।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद पर 27 दिन में भी नए अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं होने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट द्वारा दिए गए बलि के बकरे वाले बयान से भाजपा में भूचाल आ गया है। वहीं बयान के बाद भाजपा सरकार के वरिष्ठ केबिनेट मंत्री युनुस खान ने पलटवार करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट की निंदा की और कहा कि वे भाषा की मर्यादा बनाएं रखे।

प्रदेश भजाप के नए अध्यक्ष का फैसला 27 दिन बाद भी नहीं होने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने बयान दिया था कि नए अध्यक्ष की नियुक्ति में इसलिए देर हो रही है क्योंकि मुख्यमंत्री पार्टी के किसी नेता को अध्यक्ष बना कर बलि का बकरा बनाने की तैयारी कर रही है। पायलट के इस बयान के बाद भाजपा में भूचाल आ गया है और मंत्रियों ने पायलट के बयान पर पलटवार किया है।
सोमवार केा प्रदेश भाजपा कार्यालय में केबिनेट मंत्री युनुस खान ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के पास सरकार के खिलाफ बोलने के लिए कोई मुददा ही नहीं है और वे ऐसी अमर्यादित भाषा इस्तेमाल करते है। जबकि बलि शब्द ही कानूनन अपराध माना गया है। बलि पशु की ही दी जाती है तो क्या भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कोई पशु है क्या जो उसे पायलट बलि का बकरा कह रहे है।
मंत्री युनुस खान ने पलटवार करते हुए कहा कि केन्द्रीय नेतृत्व मुख्यंत्री वसुंधरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान में किए कामों की तारीफ कर चुका है जो कांग्रेस के नेताओं को नहीं पच रही है। खुद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी कह चुके हैं कि पार्टी के नेता लाइन को काटना नहीं बढाना सीखे।
जहां तक नए प्रदेश अध्यक्ष की नियुति् का मामला है तो मंत्री युनुस खान ने कहा कि नए अध्यक्ष की नियुक्ति् शीर्ष नेतृत्व के फैसले के बाद होगी।

मंत्री युनुस खान ने कोटा में भाजपा विधायक प्रहलाद गुंजल और भाजपा की विधायक चन्द्रकांता मेघवाल के बीच हुए विवाद की भी निंदा की। उन्हेांने कहा कि चाहे कोई छोट हो या बडा हम सभी को मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए। खासतौर पर महिलाओं का सम्मान करना जरूरी है।
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