वायरलेस चार्जिंग तकनीक की कीमत इन दिनों पहले के मुकाबले काफी कम हुई है। इसका मुख्य उदेश्य स्मार्टफोन्स को और ज्यादा पोर्टेबल बनाना है। साथ ही साथ वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट के साथ आने वाले स्मार्टफोन्स को चार्ज करने के लिए आपको किसी केबल को प्लग-इन करने की जरूरत नहीं होती है। आसान भाषा में कहा जाए तो आप अपने स्मार्टफोन को ‘हवा’ में चार्ज कर सकेंगे। भारत में भी कई स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों ने अपने स्मार्टफोन्स को वायरलेस चार्जिंग फीचर्स के साथ लॉन्च किए हैं।
Android स्मार्टफोन की बात करें तो वायरलेस चार्जिंग तकनीक को सबसे पहले Huawei ने अपने Mate 20 Pro स्मार्टफोन में इंट्रोड्यूस किया था। इसके बाद इस साल लॉन्च हुए Samsung Galaxy S10 और Galaxy Note 10 सीरीज को वायरलेस चार्जिंग तकनीक के साथ पेश किए गए हैं। Apple iPhone 8, iPhone 8 Plus, iPhone X, iPhone X, iPhone XR, iPhone XS और iPhone XS Max में भी वायरलेस चार्जिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। आने वाले दिनों में 50 फीसद से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज इसी वायरलेस तकनीक के साथ लॉन्च किए जा सकते हैं।
वायरलेस चार्जिंग तकनीक की कीमत इन दिनों पहले के मुकाबले काफी कम हुई है। इसका मुख्य उदेश्य स्मार्टफोन्स को और ज्यादा पोर्टेबल बनाना है। साथ ही साथ वायरलेस चार्जिंग सपोर्ट के साथ आने वाले स्मार्टफोन्स को चार्ज करने के लिए आपको किसी केबल को प्लग-इन करने की जरूरत नहीं होती है। आसान भाषा में कहा जाए तो आप अपने स्मार्टफोन को ‘हवा’ में चार्ज कर सकेंगे। भारत में भी कई स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों ने अपने स्मार्टफोन्स को वायरलेस चार्जिंग फीचर्स के साथ लॉन्च किए हैं।
Android स्मार्टफोन की बात करें तो वायरलेस चार्जिंग तकनीक को सबसे पहले Huawei ने अपने Mate 20 Pro स्मार्टफोन में इंट्रोड्यूस किया था। इसके बाद इस साल लॉन्च हुए Samsung Galaxy S10 और Galaxy Note 10 सीरीज को वायरलेस चार्जिंग तकनीक के साथ पेश किए गए हैं। Apple iPhone 8, iPhone 8 Plus, iPhone X, iPhone X, iPhone XR, iPhone XS और iPhone XS Max में भी वायरलेस चार्जिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। आने वाले दिनों में 50 फीसद से ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज इसी वायरलेस तकनीक के साथ लॉन्च किए जा सकते हैं।