इसी प्रकार मालवीय नगर जय श्री बुटीक संचालक जय श्री गर्ग ने अपने बूटिक में मास्क बनाकर अब तक करीब 5 हजार मास्क बांटे हैं। वहीं खोरा बीसल निवासी संतोष देवी जो 2 दिन से परिवार के साथ निशुल्क मास्क बनाने में लगी हुई हैं। गांव के सरपंच सुरेंद्र सिंह ने चिन्ता जताई। इस पर गांव निवासी निवासी संतोष देवी ने मास्क तैयार करने का काम हाथ में लिया। फिर क्या था संतोष अपनी ननद, देवरानी और अन्य परिजनों के साथ मास्क तैयार करने में जुट गई। संतोष का परिवार पिछले 2 दिनों से मास्क तैयार कर रहा है। 1 दिन में पूरा परिवार करीब 400 मास्क तक तैयार कर रहा है। इसके बाद गांव के सरपंच सुरेंद्र डाबी इन मास्क को ग्रामीणों में बांट रहे हैं।
राजधानी जयपुर में प्रवीणलता संस्थान की ओर से भी जरूरतमंदों को राशन पहुंचाने की कवायद की जा रही है। संस्थान के अध्यक्ष भुवेंद्र का कहना है कि जयपुर शहर में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर और चोकटी पर काम करने वाले बाहर से आए हुए व्यक्तियों की प्रवीणलता संस्थान मदद कर रहा है। एेसे व्यक्ति और उनके परिवार की प्रवीणलता संस्थान मदद करेगा। एेसे लोगा संस्थान के नंबर ८८७९०५२३५७ पर सम्पर्क कर सकते हैं।
वंशिका वेलफेयर सोसायटी और उनकी टीम भी इसी प्रकार काम में जुटी हुई है। वंशिका की फाउंडर पूजा मक्कर ने बताया कि उनकी टीम के सदस्य जरूरतमंदों को राशन पंहुचा रहे हैं।
राजधानी जयपुर में प्रवीणलता संस्थान की ओर से भी जरूरतमंदों को राशन पहुंचाने की कवायद की जा रही है। संस्थान के अध्यक्ष भुवेंद्र का कहना है कि जयपुर शहर में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर और चोकटी पर काम करने वाले बाहर से आए हुए व्यक्तियों की प्रवीणलता संस्थान मदद कर रहा है। एेसे व्यक्ति और उनके परिवार की प्रवीणलता संस्थान मदद करेगा। एेसे लोगा संस्थान के नंबर ८८७९०५२३५७ पर सम्पर्क कर सकते हैं।
वंशिका वेलफेयर सोसायटी और उनकी टीम भी इसी प्रकार काम में जुटी हुई है। वंशिका की फाउंडर पूजा मक्कर ने बताया कि उनकी टीम के सदस्य जरूरतमंदों को राशन पंहुचा रहे हैं।
घरों में महिलाएं तैयार कर रही खाना
लॉक डाउन के कारण लोग घरों में बंद हैं। एेसे में कई लोगों को भोजन तक नसीब नहीं हो रहा है। अन्य जिलों में डेली वेजेज पर कार्य करने वाले सैकड़ों मजदूर इन दोनों पैदल ही सड़कों पर निकल पड़े हैं। मार्ग में होटल, ढाबे बंद होने से स्थानीय लोगों में सेवा भाव का जज्बा जाग उठा और वह एेसे लोगों की सेवा में लग गए। शाहपुरा कस्बे में स्थानीय लोग ऐसे लोगों और दिहाड़ी मजदूरों के खाने का इंतजाम कर रहे हैं। तथा कस्बे के डियाडी मजदूरों के खाने के इंतजामात करने लग गये। शाहपुरा में स्थानीय लोगों ने स्थानीय पुलिस चौकी के साथ ही विजयनगर, केकड़ी, जहाजरपुर और कोटड़ी मार्ग पर बनी चौकी और चेक पोस्ट पर पुलिस जवानों की मदद से पैकेट्स बांटे। सूर्य नगर निवासी मीनाक्षी टंडन, शशि गर्ग, कमलेश, पिंकी और सुनीता जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था में लगी हुई हैं।
लॉक डाउन के कारण लोग घरों में बंद हैं। एेसे में कई लोगों को भोजन तक नसीब नहीं हो रहा है। अन्य जिलों में डेली वेजेज पर कार्य करने वाले सैकड़ों मजदूर इन दोनों पैदल ही सड़कों पर निकल पड़े हैं। मार्ग में होटल, ढाबे बंद होने से स्थानीय लोगों में सेवा भाव का जज्बा जाग उठा और वह एेसे लोगों की सेवा में लग गए। शाहपुरा कस्बे में स्थानीय लोग ऐसे लोगों और दिहाड़ी मजदूरों के खाने का इंतजाम कर रहे हैं। तथा कस्बे के डियाडी मजदूरों के खाने के इंतजामात करने लग गये। शाहपुरा में स्थानीय लोगों ने स्थानीय पुलिस चौकी के साथ ही विजयनगर, केकड़ी, जहाजरपुर और कोटड़ी मार्ग पर बनी चौकी और चेक पोस्ट पर पुलिस जवानों की मदद से पैकेट्स बांटे। सूर्य नगर निवासी मीनाक्षी टंडन, शशि गर्ग, कमलेश, पिंकी और सुनीता जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था में लगी हुई हैं।