कई बार महिलाएं बीच-बीच में खाना छोड़ देती हैं। भोजन छोडऩे से जहां चयापचय धीमा हो जाता है, वहीं यह आदत अधिक खाने का कारण बनती है। इससे मोटापा व अन्य बीमारियों की आशंका रहती है। दिनभर में पर्याप्त खाद्य पदार्थ न लेने से थकान रहती है।
महिला की सेहत संबंधी एक लापरवाही यह है कि वह अपने खानपान में जरूरी और पर्याप्त प्रोटीन नहीं लेती। बेहतर सेहत के लिए रोजमर्रा के खानपान में प्रचुर प्रोटीन का होना बेहद जरूरी होता है। अपने खानपान में प्रोटीनयुक्त मोटा अनाज, चिया के बीज, सोया, दूध आदि खाद्य पदार्थ प्रमुखता से शामिल करें ताकि आप स्वस्थ बनी रहें।
महिलाओं की सेहत संबंधी एक कमी यह भी है कि वे पर्याप्त मात्रा में काब्र्स नहीं लेती। इससे उन्हें सिरदर्द, थकान, मूड स्विमिंग, कब्ज, मितली आदि की परेशानी हो सकती है। महिलाओं को खाने में साबुत अनाज, फलियां, सेम, बीज, नट, फल और सब्जियां प्रमुखता से शामिल करना चाहिए।
महिलाएं अपने खानपान में वसा को तरजीह नहीं देती। महिलाओं के खानपान में स्वस्थ वसा का शामिल होना जरूरी है। उचित वसा मोटापे का कारण भी नहीं बनती है। वसा को इग्रोर करने से शरीर पूरी तरह काम नहीं कर पाता। शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलती। खानपान में एवोकैडो, बीज, नट्स, नट बटर और जैतून को शामिल करें, लेकिन इनका सेवन सीमित रखें।
व्यायाम सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन ध्यान रखें अधिक व्यायाम थकान देता है और मांसपेशियों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। अधिक व्यायाम वाले अधिक खाते हैं,यह शरीर के लिए नुकसानदायक होता है। रोजाना 30 से 60 मिनट का व्यायाम पर्याप्त होता है।
महिलाएं जरूरी नींद लेने में भी लापरवाही बरतती है। जबकि स्वस्थ बने रहने के लिए पर्याप्त नींद का लेना बहुत जरूरी होता है। घर का काम, पार्टी, टीवी, मोबाइल आदि की वजह से वह देरी से सोती हैं। ध्यान रखना चाहिए कि सात घंटे से कम नींद लेना तनाव, चिड़चिड़ापन, अवसाद और अधिक खाने और मोटापे सहित कई बीमारियों का कारण बन सकता है।
जहां कई महिलाएं हैल्थ अवेयरनेस के कारण अधिक एक्सरसाइज करती है, वहीं कई महिलाएं एक्सरसाइज नियमित नहीं करती और बीच-बीच में एक्सरसाइज छोड़ देती हैं। इससे उन्हें सेहत संबंधी कई परेशानी हो जाती है। महिलाओं को नियमित रूप से घूमना, दौडऩा और तैरना चाहिए।