scriptझिझक इतनी अपनी सीट भी नहीं ले पाती महिलाएं, जयपुर बसों में महिला आरक्षित सीट पर पुरुषों का कब्जा | Women Issue: Male occupation on female reserved seat in jaipur bus | Patrika News

झिझक इतनी अपनी सीट भी नहीं ले पाती महिलाएं, जयपुर बसों में महिला आरक्षित सीट पर पुरुषों का कब्जा

locationजयपुरPublished: Feb 19, 2020 02:50:38 pm

Submitted by:

Deepshikha Vashista

बसों में महिला आरक्षित सीट पर पुरुषों का कब्जा, दिल्ली से लें सबक तो, महिलाओं के मन से निकले डर झिझक

bus sheet
जयपुर. लो फ्लोर बसों में महिला आरक्षित सीट पर पुरुषों ने कब्जा कर लिया है। महिलाएं भीड़ में भी पुरुषों को आरक्षित सीटों पर बैठे देखती रह जाती है। वहीं कई बसों में तो महिला आरक्षित सीट ही नहीं लिखा हुआ है। ऐसे में जब कभी महिलाएं पुरुषों को अपनी आरक्षित सीट बताती भी है, तो उन्हें अभद्रता का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बस कडंक्टर पर इस पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिससे महिलाएं अपनी ही सीटों के पास हताशा से खड़ी रहती है। शहर में चल रही लो फ्लोर बसों की पत्रिका ने रविवार को पड़ताल की, तो सभी महिला आरक्षित सीटों पर पुरुषों का कब्जा नजर आया।
महिलाओं में डर
इस बारे में जब महिला यात्रियों से बात की तो उन्होंने बताया कि यह प्रतिदिन की बात है। हर दिन सफर करना पड़ता है, कौन रोजाना माथापच्ची करें। वहीं कुछ का तो यह भी कहना था कि जब पुरुषों से सीट छोड़ने के लिए कहते हैं तो वे झगड़े पर उतारू हो जाते हैं। बस कडंक्टर से शिकायत भी की, तो वो भी अनसुना कर देते हैं।
महिला सीट कहां पता ही नहीं

रूट नं. 32 की लो फ्लोर में तो महिला आरक्षित सीट ही नहीं थी। दरअसल जहां महिला आरक्षित सीट लिखा है, वह मिट चुका है। जिसकी ओर प्रशासन का ध्यान ही नहीं है। ऐसे में महिलाओं को सीट का पता ही नहीं चलता।
दिल्ली से ले सीख

एमएससी की छात्रा नेहा गुप्ता का कहना है कि जयपुर में भी दिल्ली की तरह होना चाहिए पुरुष यात्री महिला आरक्षित सीट पर बैठते ही नहीं या फिर महिला को देखते ही उठ जाते हैं, जबकि यहां बसों में सिर्फ नाम के लिए ही महिला आरक्षित सीटें हैं। बसों में इतनी भीड़ होती है कि आगे तक पहुंचा ही नहीं जाता, मशक्कत के बाद आगे पहुंच भी जाएं तो पता ही नहीं चलता कि महिला सीट कौनसी है। सीट को गेट के पास ही होना चाहिए।
केस नं.1
गांधी नगर मोड से रूट नं. 32 की बस में पड़ताल की तो देखा महिला सीट पर पुरुष यात्री बैठे थे। जबकि उस सीट के पास ही तीन लड़कियां खड़े होकर यात्रा करती नजर आई।

केस नं.2
गोपालपुरा से रूट नं. 3 की बस में देखा तो बस भरी हुई थी। महिलाओं के लिए आरक्षित चारों सीट पर पुरुष यात्री बैठे दिखे। जब उन्हें सीट छोड़ने के लिए कहा तो मना कर दिया। बस परिचालक के कहने पर महिलाओं को सीट मिल सकी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो