भीड़ के दौरान किसी ने गले से चेन तोड़ ली। करीब एक घंटे के बाद परिवार के ही किसी सदस्य ने कहा कि गले में चेन नहीं है तो फिर चेन की तलाश शुरू की गई। चेन नहीं मिली तो पुलिस से मदद ली गई। इससे पहले भी गोविंद देव जी मंदिर में चेन स्नेचिंग की तीन से चार वारदातें हो चुकी हैं। चेन स्नेचर भीड़ का फायदा उठाकर अधिकतर अकेली महिलाओं को चुनते हैं और भीड़ में उनके गले को सूना कर देते हैं।
पुलिसकर्मियों का तो यहां तक कहना है कि भीड़ में महिलाओं के बीच घुसकर वारदात करने वाली महिला चेन स्नेचर भी हो सकती हैं जो महिलाओं के साथ ही भीड़ में वारदात कर फरार हो जाती हैं। अब पुलिस मंदिर में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद ले रही है ताकि चेन स्नेचर के बारे में जानकारी जुटाई जा सके।