दरअसल यह महिला कोविड हेल्थ असिस्टेंट वर्करों के प्रतिनिधिमंडल के साथ आई थी। महिला वर्कर ने कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो आत्महत्या कर लूंगी। हम पिछले 50 दिन से ज्यादा समय से धरने पर बैठे हैं छोटे-छोटे बच्चे भी हमारे साथ बैठे हैं लेकिन हमारी मांगों को नहीं सुना जा रहा है अब हमारे सब्र का बांध भी जवाब दे रहा है।
महिला वर्कर के साथ आए अन्य वर्करों ने भी मंत्री से महिला हेल्थ असिस्टेंट को स्थाई करने की मांग की, जिस पर मंत्री सालेह मोहम्मद और हेमाराम चौधरी ने उनकी मांगों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समक्ष रखने का आश्वासन दिया। बता दें कि सीएचए कार्मिक पिछले 50 दिनो से शहीद स्मारक पर धरने पर बैठे हैं और सरकार से नियमित करने की लगातार मांग कर रहे हैं। बीजेपी नेता भी सीएचए कार्मिकों को नियमित करने का मामला उठा चुके हैं।
गौरतलब है कि महिला की ओर से मंत्री के समक्ष आत्महत्या देने की धमकी के बाद वहां तैनात सेवादल कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों में भी अफरा तफरी मच गई थी। पुलिसकर्मियों ने प्रतिनिधिमंडल के साथ आई महिला और प्रतिनिधि मंडल को ज्ञापन देने के बाद पीसीसी मुख्यालय से बाहर कर दिया।