ई मेल पर मोटरवाहन दुर्घटना में पहला राजीनामा मोटर दुर्घटना के मामले में ई मेल से प्राप्त राजीनामे को स्वीकार करते हुए मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण ने सवा नौ लाख रुपए का क्लेम मंजूर कर लिया। ईमेल पर प्राप्त राजीनामे को स्वीकार करने से पहले न्यायालय ने दोनों पक्षों के वकील से तस्दीक करने के साथ ही लॉकडाउन के बाद मूल प्रति न्यायालय में सौंपने के निर्देश दिए। प्रदेश की न्यायपालिका में पहला मामला माना जा रहा है जिसमें न्यायालय ने मेल के जरिए प्राप्त राजीनामे को मंजूरी दी है। मुरलीपुरा थाना इलाके में हुई दुर्घटना में रीना कुमावत की मौत हो गई थी। मामले में दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण जयपुर महानगर में दावा किया गया था। बीमा कंपनी और मृतका के परिवार के बीच राजीनामा हो गया लेकिन कोविड—19 की वजह से न्यायालय में पेश नहीं किया जा सका। ऐसे में न्यायालय में राजीनामा ई मेल के जरिए पेश किया गया। ई—मेल से प्राप्त राजीनामे को न्यायालय ने रिकार्ड पर लेते हुए दोनों पक्षों के वकील से मोबाइल कर सवा नौ लाख रुपए का अवार्ड मंजूर कर दिया। न्यायालय ने लॉकडाउन के बाद राजीनामे की मूल प्रति अदालत में रखने के आदेश दिए हैं।