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कई दिनों से बीच राह अटके मजदूरों को अब मिलेगी घर की चौखट

बॉर्डर पर हलचल : गुजरात से आए 23 जने कोटा रवाना, 885 श्रमिकों को 23 बसों से भेजा

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Workers who have been waiting for many days will now get the door frame

Movement on the border: 23 people from Gujarat leave quota, 885 workers sent in 23 buses

स्क्रीनिंग : घर लौटने से पहले मजदूरों की पूरी जांच
आबूरोड. गुजरात के गांधीधाम में वेल्डिंग का कार्यकर परिवार का पालन पोषण करने वाले राजू भाई समेत 23 जनों का समूह तीन माह बाद अपने घर कोटा के लिए मंगलवार को मावल से रवाना हुआ। कई प्रवासी क्वारंटाइन सेंटरों से तो कई ऑनलाइन अनुमति लेकर राजस्थान सीमा पहुंचे। क्वारंटाइन सेंटरों से प्रवासियों को मावल बॉर्डर तक लाने के लिए गुजरात सरकार की ओर से बसों की व्यवस्था की गई है। निजी वाहनों से भी प्रवासियों के आगमन का सिलसिला जारी है।
अमीरगढ़ चैकपोस्ट पर तैनात कार्मिक प्रवासियों से फार्म भरवा रहे हैं और मावल बॉर्डर पर स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके बाद मावल रीको कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स भूखंड पर बनाए गए अस्थाई डिपो से प्रवासी बसों से रवाना हो रहे हैं। मंगलवार को सुबह दस बजे बसों को रवाना किया गया। इसके बाद शाम तक कोई बस रवाना नहीं हुई। प्रशासन की ओर से मावल डिपो पर बसों के जरिए कुल 885 प्रवासियों को भेजा गया। इसके लिए 23 बसों को डिपो से मंडार, शिवगंज व उदयपुर में बनाए गए चैकपोस्ट पर छोड़ा गया। यहां से विभिन्न जिलों के लिए बसों से रवाना किया गया।

145 लोगों को लेकर नागौर पहुंची तीन बसें
नागौर. मंगलवार दोपहर में देश के विभिन्न स्थानों में रह रहे नागौर, बीकानेर, चूरू जिले के 145 लोगों को लेकर तीन बसें नागौर पहुंची, जिन्हें जिला प्रशासन ने बीआर मिर्धा राजकीय महाविद्यालय में रूकवाकर जिलेवार छंटनी की। नागौर के 47 लोग थे, जिनको रोककर स्क्रीनिंग की गई तथा अन्य जिलों के लोगों को दो बसों से आगे भेजा गया।

जोधपुर: घर जाने के लिए घंटों इंतजार
जोधपुर . कामकाज के सिलसिले में गुजरात में फंसे करीब तीन सौ लोग अम्बाजी से रोडवेज की बसों से सोमवार देर रात को जोधपुर पहुंचे। आगे की बस के लिए उन्हें जोधपुर में नौ घंटे से अधिक समय तक इन्तजार करना। इसको लेकर लोगों ने नाराजगी जताई।मंगलवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे बसों से रवाना किया गया। जोधपुर डिपो के मुख्य प्रबंधक बीआर बेड़ा ने बताया कि नागौर, बीकानेर, सूजानगढ़, शेरगढ़ व फलौदी के लिए एक-एक रवाना की।

ब्यावर: छह सौ लोग हुए अपने घर की ओर रवाना
ब्यावर (अजमेर). सीमा पर अटके श्रमिकों को मंगलवार को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। जोधपुर व उदयपुर जोन का सेंटर पॉइंट ब्यावर होने से दिनभर लोगों की आवाजाही लगी रही। बस स्टैंड पर लोगों की लम्बी कतार नजर आई। मंगलवार को ब्यावर से अलग-अलग रुट पर १४ बसों में करीब छह सौ से अधिक लोगों को अपने-अपने जिले में भिजवाया गया। लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसके लिए रुट वार अलग से टेंट लगाकर बैठने की व्यवस्था की, ताकि लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। विविध संगठनों की ओर से भोजन, मास्क सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई। रोडवेज बसों व बस स्टैंड को सेनेटाइज करवाया गया। उदयपुर व जोधपुर जोन से मंगलवार को ब्यावर करीब छह सौ लोग पहुंचे। यहां से १४ बसों में इन्हें आगे के लिए रवाना किया गया।