कचरा बेचने से हो रही आमदनी- इस आयोजित कार्यशाला में डूंगरपुर नगर परिषद अध्यक्ष और स्वच्छ राजस्थान अभियान के ब्रांड एंबेसडर के.के. गुप्ता ने बताया कि डूंगरपुर में न केवल घर-घर से कचरे का संग्रहण किया जा रहा है, बल्कि उसे वैज्ञानिक तरीके से अलग-अलग करने पर काम हो रहा है। तो वहीं कचरा बेचने से नगर परिषद को अतिरिक्त आय भी होने लगी है। जबकि कार्यशाला में स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 के जयपुर के नोडल अधिकारी विनोद पुरोहित ने राजधानी में किए गए कार्यों की जानकारी दी।
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खाली पड़े जगहों में बनवया गया पार्क- जयपुर के नोडल अधिकारी ने अधिकारी इस दौरान समस्या और समाधान दोनों पर अपनी बात रखते हुए कहा कि खाली पड़े स्थानों को पार्कों के रूप में विकसित किया गया है। नगर निगम ने सड़कों की सफाई और कचरा संग्रहण के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। वहीं राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के डॉक्टर सर्वेश अग्रवाल और नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर आर.के. गर्ग ने भी जानकारी दी। यह भी पढ़ें