अपरान्ह कलशाभिषेक के बाद प्रदर्शनी का उदघाटन होगा। रोजाना अलग-अलग कार्यक्रम के साथ ही सात अप्रेल को दोपहर में मंदिर प्रांगण से विशाल रथयात्रा निकलेगी। जैन, मीणा गुर्जर सहित अन्य श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल होंगे। आठ अप्रेल को नदी तट पर ग्रामीण खेलकूद एवं कुश्ती.दंगल के बाद मेले का समापन होगा। गम्भीरी नदी में मेले के लिए पाचना बांध से पानी छोड़ा जाएगा। 17 समितियां बनाई गई है। जयपुर समेत प्रदेशभर, दिल्ली, एमपी, गुजरात, यूपी सहित अन्य जगहों से लाखों भक्त पहुंचेगे। पहली बार नवनिर्मित चौबीसी पर संगीतमय विधान होगा।
निकाल रहे प्रभातफेरी
महावीर जयंती से पहले राजधानी के 200 से अधिक जैन मंदिरों की ओर से प्रभातफेरी निकाली जाएगी। भगवान महावीर के संदेशों को तख्ति पर लिखकर समाजजन चलते नजर आएंगेे। दुर्गापुरा जैन समाज की ओर सेपहले तीर्थंकर आदिनाथ से लेकर आखिरी तीर्थंकर महावीर जन्मोत्सव कार्यक्रम के तहत घर-घर णमोकार मंत्र एवं भक्तामर पाठ आयोजित किए जा रहे हैं। महावीर, संतोष चान्दवाड ने बताया किभक्तामर पाठ के साथ त्रिशला माता द्वारा देखे गए सोलह स्वप्नों की प्रस्तुति हुई। चन्दा सेठी, भागंचद जैन ने बताया कि महावीर जयंती तक कार्यक्रम होंगे।
– प्रतापनगर श्योपुर जैन मंदिर में अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन युवा परिषद प्रतापनगर सम्भाग की ओर से रविवार को शाम 7.30 बजे 48 परिवारों द्वारा भक्तामर दीप प्रज्वल्लन कार्यक्रम होगा। अनिल पाटनी ने बताया कि साक्षी जैन भजनों की प्रस्तुति देगी।