जयपुरPublished: Mar 09, 2023 01:55:47 pm
Devendra Singh
गर्भावस्था (pregnacy) में स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतना महिलाओं के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है। इस दौरान अनियंत्रित बीपी (BP) और शुगर (Sugar) से उन्हें किडनी संबंधी बीमारियों (Kidney disease)से जूझना पड़ रहा है। राजधानी के निजी व सरकारी अस्पतालों में ऐसे केस लगातार देखे जा रहे हैं
देवेंद्र सिंह राठौड़
जयपुर. गर्भावस्था (pregnacy) में स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतना महिलाओं के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है। इस दौरान अनियंत्रित बीपी (BP) और शुगर (Sugar) से उन्हें किडनी संबंधी बीमारियों (Kidney disease)से जूझना पड़ रहा है। राजधानी के निजी व सरकारी अस्पतालों में ऐसे केस लगातार देखे जा रहे हैं। हालांकि शुगर की शिकायत कुछ ही महिलाओं में होती है, लेकिन इस समय उनमें उच्च रक्तचाप होना आम बात है। जिससे किडनी संबंधी दिक्कतें होती हैं। हर माह 5 से 10 गर्भवती (pregnant) एक्यूट किडनी इंजरी से ग्रस्त होकर सवाई मानसिंह अस्पताल(SMS HOSPITAL JAIPUR) में पहुंच रही हैं। उन्हें डायलिसिस की भी जरूरत पड़ती है। इनमें अधिकांश ठीक हो जाती हैं, लेकिन 2-3 महिलाएं क्रोनिक किडनी डिजीज का शिकार हो जाती हैं। जिससे उन्हें ताउम्र किडनी की समस्या से जूझना पड़ता है।