संतान की दीर्घायु के लिए महिलाएं रखेंगी अहोई अष्टमी का व्रत, जाने क्या है पूजा विधि
जयपुरPublished: Oct 16, 2022 02:41:11 pm
Ahoi Ashtami 2022 : संतान दीर्घायु और खुशहाली के लिए माताएं सोमवार को अहोई अष्टमी का व्रत रख कर कथा सुनेंगी। वहीं कई महिलाएं संतान प्राप्ति की कामना के व्रत रख पूजा अर्चना करेंगी।


संतान की दीर्घायु के लिए महिलाएं रखेंगी अहोई अष्टमी का व्रत, जाने क्या है पूजा विधि
जयपुर. संतान दीर्घायु और खुशहाली के लिए माताएं सोमवार को अहोई अष्टमी का व्रत रख कर कथा सुनेंगी। वहीं कई महिलाएं संतान प्राप्ति की कामना के व्रत रख पूजा अर्चना करेंगी। अहोई अष्टमी का व्रत दिवाली से आठ दिन पहले कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को किया जाता है। यह दिन अहोई देवी को समर्पित होने से घर-घर देवी की पूजा की जाएगी। अहोई यानी कि अनहोनी का अपभ्रंश, देवी पार्वती अनहोनी को टालने वाली देवी मानी गई है इसलिए इस दिन वंश वृद्धि और संतान के सारे कष्ट और दुख दूर करने के लिए मां पार्वती और सेह माता की पूजा की जाती है। पर्व को लेकर रविवार को बाजार में अहोई माता की फोटो व पूजन सामग्री खरीदने के लिए महिलाओं की भीड़ रही।