-बिना जांच व मौका मुआयना के कार्रवाई आरोप है शिकायत के बाद पुलिस ने थाने में बैठकर शिकायत पत्र की बिना जांच व मौका मुआयना किए शिकायतकर्ता की ओर से भेजे गए गवाहों के बयान के आधार पर ही नोटिस जारी करवा दिए। चिरंजी मीणा की मौत 17 जुलाई 2019 को, हरिकिशन मीणा की पांच सितंबर 2019 को और सुरजन की 35 साल पहले ही मौत हो चुकी है। दो मृतकों के मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किए जा चुके हैं।
-नोटिस लेकर गांव पहुंचने पर खुलासा मामला का खुलासा उस समय हुआ जब मृतक चिरंजी , सुरजन और हरिकिशन मीणा सहित आधा दर्जन लोगों के नाम के नोटिस लेकर 26 अगस्त को एक पुलिसकर्मी उनके गांव पहुंचा। पुलिस कर्मी ने उनको 31 अगस्त, 2020 को तहसील में कार्यपालक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश होने के लिए नोटिस थमा दिए।
-मृतकों को कैसे लाएं…परिजनों के जवाब पर पुलिस की धमकी जब मृतकों के परिजनों ने पुलिसकर्मियों को बताया कि मृत व्यक्तियों को कैसे लेकर आएं तो कांस्टेबल ने धमकी दी की जिन लोगों के नाम इसमे हैं वे नहीं आएंगे तो उनके गिरफ्तारी वारंट जारी हो जाएंगे।
-परिजनों ने दायर किया इस्तगासा इस पर पीडि़त लोगों ने तहसील से नकल निकलवाई। इसके बाद मृतकों के परिजनों ने अब मालाखेड़ा थानाधिकारी, हैड कांस्टेबल, शिकायतकर्ता और गवाहों के खिलाफ सिविल कोर्ट मालाखेड़ा में इस्तगासा दायर किया है।