———–
यहां भी होगी विधिवत पूजा अर्चना
चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमान मंदिर में महंत गोपालदास के सान्निध्य में पवनपुत्र की पूजा अर्चना के साथ अन्य अनुष्ठान होंगे। पूर्व संध्या पर मंगलवार को हनुमानजी का दूध, दही आदि से तैयार पंचामृत से अभिषेक किया गया। इसके बाद रात को हवन हुआ, जिसमें राम रक्षास्त्रोत के पाठों के बीच आहुतियां अर्पित की गई। बुधवार सुबह हनुमानजी महाराज को नवीन पोशाक धारण करवाई जाएगी। मंदिर में सुंदरकांड के पाठ होंगे। न्यूसांगानेर रोड स्थित चिंताहरण काले हनुमान जी मंदिर में महंत मनोहदास के सान्निध्य में दोपहर 12 बजे 1100 दीपकों से आरती होगी। वहीं 51 किलो दूध के अभिषेक के बाद विशेष श्रृंगार होगा। पंचकुंडीय यज्ञ होगा। घाट के बालाजी मंदिर में महंत स्वामी सुदर्शनाचार्य के सान्निध्य में पूजा सहित अन्य अनुष्ठान होंगे। मोतीडूंगरी स्थित हनुमान जी मंदिर,गलता गेट स्थित मंदिर गीता गायत्री पंचमुखी हनुमान मंदिर, दक्षिणमुखी बालाजी मंदिर हाथोज धाम में स्वामी बालमुकुंदाचार्य के सान्निध्य में भगवान सीतारामजी, हनुमानजी का पंचामृत से अभिषेक कर बालाजी को सिंदूर का चोला चढ़ाकर नव पोशाक धारण कराई जाएगी। खोले के हनुमान जी मंदिर में सुबह 8.15 बजे पवनपुत्र का द्रव्य औषधी, अभिषेक के बाद सिंदूर चौला चढ़ाया जाएगा। तथा फूल-बंगला झांकी सजाई जाएगी। दोपहर 12 बजे महाआरती होगी। अंबाबाड़ी स्थित संकट मोचन हनुमान मंदिर में सुबह आठ बजे अभिषेक होगा। सुरेन्द्र गुप्ता ने बताया कि पवनपुत्र को विशेष पोशाक के साथ चांदी की माला धारण करवाई जाएगी।
गलता रोड स्थित घाट के बालाजी मंदिर अपने में खास है। महंत स्वामी सुदर्शनाचार्य ने बताया कि मंदिर शहर के कुलदेवता के रूप में जाना जाता है, जहां सातों जात की चोटी और जडूला उतारा जाता है। जयपुर रियासत के महाराजा सवाईजयसिंह का मुंडन संस्कार भी यहां हुआ। यहां विग्रह दर्शन दक्षिणमुखी हैं और स्वयंभू रूप में हैं। इस बार पर्व सादगीपूर्ण तरीके से मनाया जाएगा। अभिषेक के बाद चौला, श्रृंगार और नई ध्वजा विशेष भोग लगाकर आरती की जाएगी। हनुमान चालीसा के 108 पाठ और विशेष हवन होगा। जिसमें सभी की सुख शांति के लिए कामना की जाएगी। हनुमान चालीसा का कलयुग में अधिक महत्व बढ़ गया है। चालीसा में हनुमान जी का का नाम सात बार आता है। जहां भी यह नाम आया वह चौपाई सिद्ध हुई है।
………………