बिलो के भुगतान के लिए मांग रहे थे
परिवादी को सातवीं बटालियन आरएसी में ३५ क्वार्टर के निर्माण के लिए कार्यादेश जारी हुए थे। यह कार्य साढ़े चार करोड़ रुपए के बजट से पूरा होना था। इसके लिए एक्सईएन, एईएन और लेखा शाखा ने साढ़े तीन प्रतिशत की घूस लेना तय किया। परिवादी के पहले बिल २८ लाख रुपए का पास करने की एवज में २५ हजार रुपए ले लिए। उसके बाद २५ हजार और ले लिए। उसके बाद ४२ लाख रुपए का बिल और पास हुआ। परिवादी ने १२ सितम्बर को घूसखोरों से परेशान करने की शिकायत दी।
परिवादी को सातवीं बटालियन आरएसी में ३५ क्वार्टर के निर्माण के लिए कार्यादेश जारी हुए थे। यह कार्य साढ़े चार करोड़ रुपए के बजट से पूरा होना था। इसके लिए एक्सईएन, एईएन और लेखा शाखा ने साढ़े तीन प्रतिशत की घूस लेना तय किया। परिवादी के पहले बिल २८ लाख रुपए का पास करने की एवज में २५ हजार रुपए ले लिए। उसके बाद २५ हजार और ले लिए। उसके बाद ४२ लाख रुपए का बिल और पास हुआ। परिवादी ने १२ सितम्बर को घूसखोरों से परेशान करने की शिकायत दी।
ऐसे हुई कार्रवाई आरोपी गिर्राज सिंह चाहर सहायक अभियंता संविदा और अशोक कुमार वर्मा एक्सईएन डीजीएन राजस्थान पुलिस आवासन निर्माण निगम लिमिटेड पुलिस मुख्यालय जयपुर परिवादी जयकिशन के राजस्थान पुलिस आवासन निर्माण निगम लिमिटेड पुलिस मुख्यालय जयपुर द्वारा जारी आदेश के अनुसरण में ३५ क्वार्टर बनाने का कार्य के बिलों की राशि का भुगतान करने की एवज में अपने पदीय कर्तव्यों का दुरुपयोग कर वैध कार्य से भिन्न अवैध रूप से खुद आरोपी के लिए दो प्रतिशत, अशोक कुमार वर्मा के लिए एक प्रतिशत और लेखा शाखा के लिए .५० प्रतिशत के हिसाब से ६८००० रुपए सत्यापन के दौरान १२ सितम्बर को लिए। एसीबी टीम ने नए बिलों की राशि का भुगतान करने के लिए खुद आरोपी के लिए दो प्रतिशत, अशोक वर्मा के लिए १ प्रतिशत के हिसाब से एक लाख २६ हजार रुपए बरामद कर लिए। टीम ने चाहर को पकड़कर अशोक से बात कराई तो उसने भी अपना हिस्सा मांगने की बात कही। इस पर टीम ने अशोक को पकड़ लिया।