17 मई को 25 जिलों में तेज आंधी का यलो अलर्ट
जयपुरPublished: May 16, 2021 09:52:01 pm
18 और 19 मई को 18 जिलों में भारी से अति भारी बरसात का ऑरेंज अलर्ट6 जिलों में अत्यंत भारी बरसात का रेड अलर्टप्रदेश में तौउते का असर, चित्तौड़, उदयपुर और कोटा में हुई बरसात
जयपुर, 16 मई
चक्रवात तोऊते का असर रविवार को चित्तौड़ में नजर आया। जहां तेज हवा के साथ बरसात हुई। उदयपुर और कोटा में भी बरसात हुई जबकि कुछ अन्य जिलों में बादल छाए रहे।
जयपुर मौसम केन्द्र ने चक्रवाती तूफान तौउते के और तीव्र होकर अति गंभीर चक्रवाती तूफान बनने की चेतावनी जारी की है। केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि तूफान पिछले 6 घंटों में 11 किलोमीटर की रफ्तार से लगभग उत्तर दिशा की ओर आगे बढ़ा है। इस अति गंभीर चक्रवाती तूफान के उत्तर .उत्तरपश्चिम दिशा की ओर आगे बढऩे तथा 17 मई शाम के आसपास गुजरात तट के पोरबंदर.महुआ के मध्य क्षेत्र से गुजरने की संभावना है। 18 मई दोपहर या शाम के समय कमजोर होकर डिप्रेशन के रूप में दक्षिण पश्चिम राजस्थान से प्रवेश कर सकता है।
मौसम विभाग की चेतावनी
वहीं मौसम विभाग ने 17 मई यानी सोमवार को पूर्वी राजस्थान के उदयपुर, सिरोही, राजसमंद, चित्तौडगढ़़, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, बूंदी, कोटा, झालावाड़, बारां, सवाई माधोपुर, टोंक, करौली, अजमेर, धौलपुर, सीकर, जयपुर और पश्चिमी राजस्थान में पाली, जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर और नागौर जिलों में कहीं कहीं मेघगर्जन के साथ तेज हवा और पाली व नागौर में भारी से बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।
18 और 19 मई को इस सिस्टम का सर्वाधिक असर होगा। 18 मई को पूर्वी राजस्थान के चित्तौडगढ़़, भीलवाड़ा, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, बूंदी, कोटा, झालावाड़, बारां, सवाई माधोपुर, टोंक, करौली, अजमेर, धौलपुर, सीकर, जयपुर और पश्चिमी राजस्थान में पाली, जालौर, बाड़मेर, जैसलमेर, चूरू, हनुमानगढ़ में धूल भरी आंधी के साथ भारी से अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट और पूर्वी राजस्थान के उदयपुर, सिरोही, राजसमंद, डूंगरपुर और पश्चिमी राजस्थान के पाली व नागौर में अत्यंत भारी बरसात का रेड अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। 21 मई से इस सिस्टम का प्रभाव खत्म होगा। गौरतलब है कि 64.5 मिलीमीटर से लेकर 115.5 मिलीमीटर तक की बारिश को भारी, वहीं 115.6 मिलीमीटर से लेकर 204.4 मिलीमीटर तक बारिश को बहुत भारी बारिश कहा जाता है।
तूफान का संभावित प्रभाव व सलाह
मौसम विभाग का कहना है कि भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में जल भराव हो सकता है। आगामी मौसम के मद्देनजर किसानों को यह सलाह दी जाती है कि खुले आसमान अथवा खलिहान में पड़े अनाज को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें।
कृषि मंडियों में खुले आसमान में रखे हुए अनाज को ढंककर व सुरक्षित स्थान पर रखें, जिससे उन्हें भीगने से बचाया जा सके।
खेतों में लगे सोलर सिस्टम को भी अचानक तेज हवाओं से नुकसान हो सकता है, अत: सुरक्षित स्थान पर रखें।
यदि अपने आसपास मेघगर्जना की आवाज सुनाई दे या बिजली चमकती हुई दिखाई दे तो पेड़ के नीचे शरण ना लें।
तेज अंधड़ के समय बड़े पेड़ों के नीचे व कच्चे मकानों में शरण लेने से बचें।
तेज अंधड़ से बिजली के तारों के टूटने एवं खंभों के गिरने से क्षति होने की संभावना है।
प्रदेश के विभिन्न शहरों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान
अजमेर 37.8 27.2
जयपुर 39.6 25.1
कोटा 37.4 29.3
डबोक 37.4 26.8
बाड़मेर 43.3 30.2
जैसलमेर 40.4 27.5
जोधपुर 41.3 28.8
बीकानेर 41.7 27.2
चूरू 40.8 24.5
श्रीगंगानगर 41.0 24.9
भीलवाड़ा 39.0 27.1
अलवर 40.5 23.1
सीकर 40.5 22.3
चित्तौडगढ़़ 39.8 29.0
फलौदी 43.4 29.8
सवाई माधोपुर 42.2 26.4
धौलपुर 41.6 25.0
करौली 41.7 26.3
पाली 43.4 31.5