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डिप्रेशन है तो जोर से करें ‘ऊँ’ का उच्चारण

locationजयपुरPublished: Nov 24, 2020 06:05:46 pm

Submitted by:

Archana Kumawat

एंजाइटी दूर करने के लिए पहले तेज गति से योगासन करें। इसके बाद धीमी गति से प्राणायाम एवं मेडिटेशन करना लाभकारी होगा।

कोरोना महामारी के बाद दुनियाभर में मानसिक समस्याओं के मामले बढ़ गए हैं, जो लोग पहले से किसी तरह की मानसिक समस्या के शिकार नहीं हंै, उनमें भी एंजाइटी और डिप्रेशन की समस्या देखने को मिल रही हंै। ऐसे में योग और मेडिटेशन को लाभकारी माना गया है। कुछ योगासन डिप्रेशन में तो कुछ एंजाइटी में लाभकारी हैं लेकिन योग करने से पहले डॉक्टर से यह जानना अति महत्त्वपूर्ण है कि आपको डिप्रेशन है या एंजाइटी।

धीमी गति से करें अभ्यास
एंजाइटी, डिप्रेशन से बिल्कुल विपरीत स्थिति है। एंजाइटी दूर करने के लिए पहले तेज गति से योगासन करें। इसके बाद धीमी गति से प्राणायाम एवं मेडिटेशन करना लाभकारी होगा।

ऐसे कर सकते हैं योग-ध्यान

डिप्रेशन में हताशा और नकारात्मकता बढ़ जाती है। डिप्रेशन से बाहर निकलने के लिए व्यक्ति को योग का सही तरीके से अभ्यास करना चाहिए। डिप्रेशन में धीमी गति से सांस लेने का अभ्यास और सूक्ष्म व्यायाम करना सही नहीं है। इनकी जगह तेज गति से योग का अभ्यास करने से लाभ मिलेगा। डिप्रेशन की स्थिति में प्राणायाम की गति भी तेज होनी चाहिए। यदि आप कपालभाति या सूर्य नमस्कार कर रहे हैं तो उन्हें करने का तरीका भी जल्दी-जल्दी होना चाहिए। इसी तरह मंत्रों एवं ऊँ का उच्चारण भी जल्दी-जल्दी किया जाना चाहिए।

फाइबर डाइट ज्यादा लें
मानसिक स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक आहार भी बहुत जरूरी है। आहार में प्रोटीन और फाइबर से भरपूर चीजें ज्यादा लें। साथ ही फल-सब्जियों का अधिक प्रयोग करें।

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