यहां घूमने के शौकीन लोगों को एक ही छत के नीचे सभी तरह की जानकारियां मिल रही हैं। इससे लोग अपना डेस्टिनेशन चुन रहे हैं। साथ ही लोगों को ठहरने एवं ट्रेवल्स की सुविधा के बारे में भी बताया जा रहा है। ट्रेवल ऑपरेटर्स कई तरह के अलग-अलग ट्यूर पैकेज के माध्यम से लोगों को विकल्प प्रदान कर रहे हैं।
तेलंगाना टूरिज्म विभाग के पर्यटक सूचना सहायक कोथुरी लाकेश्वर ने बताया कि केन्द्र सरकार वारंगल को 2014-15 में ही बेस्ट हेरिटेज सिटी का दर्जा दे चुकी है। इतिहास की दृष्टि से बात करें तो 200 साल पुराना दक्षिण में एकमात्र जैन टैंपल कोलनुपाका तेलंगाना में ही स्थित है। यहां घूमने के लिए सितंबर से मार्च का समय सबसे बेस्ट रहता है।
वहीं झारखंड के बारे में बिंदेश्वरी रजक ने बताया कि यहां घूमने के लिए अक्टूबर से फरवरी के महीने में सैलानियों का जमावड़ा रहता है। लोग यहां उगते और डूबते सूरज को निहारने के लिए आते हैं। टूरिज्म की बात हो तो केरल का नाम कैसे पीछे रह सकता है। यह कहना है केरल टूरिज्म विभाग के सूचना अधिकारी सजीव के.आर. का टूरिज्म को लेकर प्रदेश का नाम सबसे आगे है।
यहां सैलानियों को हिल स्टेशन से लेकर समुद्री बीच और वोटिंग तीनों का ऑप्शन मिलता है। इसके अलावा केरल को बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन के रूप में भी खासा पसंद किया जा रहा है। हिमाचल टूरिस्ट इंफॉर्मेशन अधिकारी सुरजीत सिंह ने हिमाचल को ऑल सीजन में घूमने वाला प्लेस बताया।
यहां स्थित खज्जियार मिनी स्विट्जरलैंड के रूप में फेमस है। आईटीएम के निदेशक अजय गुप्ता ने बताया कि इस प्रदर्शनी में भारत आने और विदेश जाने वाले पर्यटकों को देश-विदेश की कम्पनियां से सीधे बातचीत का मौका मिलेगा।
वहीं एग्जीबिशन में बच्चोंं के लिए पर्यटन क्विज, चित्रकला प्रतियोगिता और लक्की ड्रा भी का भी आयोजन किया गया। जिसमें पर्यटकों को आर्कषक पैकेज, होटल में ठहरना आदि ईनाम जीतने का मौका मिलेगा।